बदलते मौसम में कान के संक्रमण से बचने के उपाय
कान में संक्रमण का खतरा और उसके कारण
बदलता मौसम और कान में इंफेक्शनImage Credit source: Getty Images
कान का संक्रमण: जब मौसम बदलता है, तो तापमान और हवा की नमी में परिवर्तन होता है। इस दौरान कान के अंदर बैक्टीरिया और वायरस तेजी से बढ़ सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। सर्दी, खांसी, फ्लू या नाक बंद होने पर कान के अंदर दबाव में बदलाव होता है, जिससे कान में भारीपन या दर्द महसूस हो सकता है। प्रारंभिक लक्षणों में कान में दर्द, हल्की गूंज, सुनने में कठिनाई और कभी-कभी हल्का पानी जैसा डिस्चार्ज शामिल हो सकता है। यह समस्या विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और जिनकी इम्यूनिटी कमजोर है, उनमें अधिक देखी जाती है। यदि कान में तेज दर्द, चक्कर या भारीपन महसूस हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है, अन्यथा समस्या बढ़ सकती है।
मौसम में बदलाव के दौरान केवल संक्रमण ही नहीं, बल्कि कान में मैल जमा होना, कान बंद होना, दबाव में परिवर्तन और आवाजों का गूंजना जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। कभी-कभी तेज आवाज सुनने पर असहजता भी महसूस होती है। इस समय साइनस और गले के संक्रमण की घटनाएं भी बढ़ जाती हैं, जो कान पर प्रभाव डाल सकती हैं। ठंडी हवा का कान पर सीधा प्रभाव भी इर्रिटेशन को बढ़ा सकता है, खासकर बाइक चलाते समय। यदि सावधानी नहीं बरती गई, तो कान की समस्याएं बढ़ सकती हैं और संक्रमण तेजी से फैल सकता है।
बदलते मौसम में कान के संक्रमण का उपचार
कैसे करें कान के संक्रमण का इलाज?
आरएमएल हॉस्पिटल के मेडिसिन विभाग के डॉ. सुभाष गिरी के अनुसार, सबसे महत्वपूर्ण है कि कान को अचानक तापमान में बदलाव से बचाया जाए। ठंडी हवा सीधे कान पर न लगे, बाइक चलाते समय कान को ढकें। सर्दी-खांसी को हल्के में न लें, क्योंकि ये अक्सर कान में संक्रमण को बढ़ावा देती हैं। कान की सफाई में अत्यधिक सावधानी बरतें और कॉटन बड को बहुत अंदर न डालें, इससे जलन बढ़ सकती है।
यदि आपके डॉक्टर ने कान के लिए ड्रॉप या दवाएं दी हैं, तो उनका पूरा कोर्स लें। नहाते समय पानी कान में जाने से बचें। यदि दर्द अधिक हो, तो हल्का गर्म सेक, पर्याप्त पानी पीना और आराम करना सहायक हो सकता है। बच्चों में कान खींचना, बेचैनी या बार-बार रोना संक्रमण का संकेत हो सकता है, इसे नजरअंदाज न करें। यदि 1-2 दिन में सुधार नहीं होता है या चक्कर जैसा महसूस होता है, तो समय पर डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है।
अन्य महत्वपूर्ण सुझाव
ये भी ध्यान रखें
कान में नुकीली चीजें न डालें।
लंबे समय तक इयरफोन का उपयोग सीमित रखें।
एलर्जी को नियंत्रित रखें।
इम्यूनिटी को मजबूत बनाए रखें।
