फेफड़ों में संक्रमण: लक्षण और बचाव के उपाय

फेफड़ों में संक्रमण एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण होती है। यह स्थिति सांस लेने में कठिनाई पैदा कर सकती है, विशेषकर कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों में। इस लेख में, हम लंग्स इंफेक्शन के लक्षण, इसके कारण और इससे बचने के उपायों पर चर्चा करेंगे। जानें कि कैसे आप अपने फेफड़ों को स्वस्थ रख सकते हैं और संक्रमण के जोखिम को कम कर सकते हैं।
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फेफड़ों में संक्रमण: लक्षण और बचाव के उपाय

फेफड़ों में संक्रमण के बारे में जानकारी

फेफड़ों में संक्रमण: लक्षण और बचाव के उपाय

लंग्स इंफेक्शन के लक्षण Image Credit source: Getty Images

फेफड़ों में संक्रमण: जब फेफड़ों में बैक्टीरिया, वायरस या फंगस के कारण सूजन होती है, तो इसे लंग्स इंफेक्शन कहा जाता है। यह स्थिति फेफड़ों की कार्यक्षमता को प्रभावित कर सकती है और सांस लेने में कठिनाई पैदा कर सकती है। जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, जैसे बुजुर्ग, छोटे बच्चे, या जिनका कोई क्रॉनिक रोग है, उन्हें इस संक्रमण का अधिक खतरा होता है। धूम्रपान करने वाले और प्रदूषित वातावरण में रहने वाले लोग भी जल्दी प्रभावित हो सकते हैं। इसके अलावा, हाल ही में सर्दी या फ्लू से ग्रस्त व्यक्ति को भी लंग्स इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

फेफड़ों में संक्रमण के कई कारण हो सकते हैं। सबसे सामान्य कारण बैक्टीरिया और वायरस का हमला है, जो सर्दी, फ्लू या अन्य श्वसन संबंधी बीमारियों के दौरान फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं। कमजोर इम्यूनिटी, धूम्रपान, और प्रदूषित वातावरण भी संक्रमण के जोखिम को बढ़ाते हैं। कुछ लोग क्रॉनिक बीमारियों जैसे डायबिटीज या अस्थमा से ग्रसित होते हैं, जिनमें यह संक्रमण अधिक गंभीर हो सकता है। इसलिए, लक्षणों के प्रकट होते ही उचित ध्यान देना आवश्यक है।

फेफड़ों में संक्रमण के लक्षण

लेडी हार्डिंग हॉस्पिटल के डॉ. एल.एच. घोटेकर के अनुसार, फेफड़ों में संक्रमण के लक्षण हल्के से गंभीर हो सकते हैं। प्रारंभिक लक्षणों में लगातार खांसी, बलगम, हल्का बुखार, थकान और सांस फूलना शामिल हैं। गंभीर मामलों में सीने में दर्द, तेज बुखार, मांसपेशियों में दर्द, और गले में जलन भी हो सकती है। यदि सांस लेने में कठिनाई, तेजी से सांस लेना, या चेहरे का नीला पड़ना जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

संक्रमण से बचाव के उपाय

प्रदूषित या भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से पहले मास्क पहनें।

हाथों को नियमित रूप से धोते रहें और खांसी या छींकते समय रूमाल या कोहनी का उपयोग करें।

धूम्रपान से दूर रहें।

संतुलित और पौष्टिक आहार लें ताकि इम्यूनिटी मजबूत बनी रहे।

समय पर टीकाकरण कराएं, जैसे फ्लू या प्न्यूमोकोकल वैक्सीन।

अपने घर और आसपास की हवा को साफ रखें और उचित वेंटिलेशन का ध्यान रखें।