प्री-डायबिटीज: 40 वर्ष से कम उम्र में मधुमेह के खतरे से बचने के उपाय
प्री-डायबिटीज की गंभीरता
यदि आपका रक्त शर्करा स्तर सामान्य से अधिक है, तो आप प्री-डायबिटीज की स्थिति में हैं, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। इस विषय पर डॉ. राजेश खड़गावत, जो एम्स, नई दिल्ली में एंडोक्राइनोलॉजी के प्रोफेसर हैं, से जानकारी प्राप्त करते हैं।
भारत में मधुमेह का बढ़ता प्रकोप
मधुमेह भारत में तेजी से फैल रहा है, और अब युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। कई मामलों में, 20 वर्ष से कम उम्र के लोग भी इंसुलिन की समस्याओं का सामना कर रहे हैं। यह एक चिंताजनक स्थिति है, क्योंकि ये युवा भविष्य में देश की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले हैं।
प्री-डायबिटीज के लक्षण
प्री-डायबिटीज के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इनमें शामिल हैं:
- अधिक प्यास लगना
- बार-बार यूरिन आना
- अधिक भूख लगना
- थकान महसूस होना
- खानपान के बावजूद वजन कम होना
व्यायाम और आहार का महत्व
सिर्फ जिम जाकर वजन कम करना ही पर्याप्त नहीं है। आपको अपनी दिनचर्या में बदलाव लाना होगा और स्वस्थ खानपान की आदतें अपनानी होंगी। घर पर भी आप रस्सी कूदने, नृत्य करने या अन्य शारीरिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
क्या डायबिटीज को रिवर्स किया जा सकता है?
डायबिटीज को पूरी तरह से खत्म करना संभव नहीं है, लेकिन इसे नियंत्रित किया जा सकता है। इसके लिए निरंतर प्रयास और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना आवश्यक है।
चीनी के विकल्प
लोग अक्सर सोचते हैं कि शुगर फ्री मिठाई खाना सुरक्षित है, लेकिन यह भी हानिकारक हो सकता है। गुड़, चीनी और शहद के बीच अंतर समझना जरूरी है।
प्रभावी उपाय
मधुमेह से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय करें:
- शारीरिक गतिविधि: सप्ताह में कम से कम 150 मिनट का एरोबिक व्यायाम करें।
- आहार में बदलाव: फाइबर, सब्जियों और फलों की मात्रा बढ़ाएं।
- नींद और तनाव प्रबंधन: पर्याप्त नींद लें और तनाव को नियंत्रित करें।
ध्यान रखने योग्य बातें
तले-भुने और मसालेदार खाद्य पदार्थों का सेवन कम करें। स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम से मधुमेह को नियंत्रित किया जा सकता है।
