पैर की उंगलियों में गांठ: कारण, लक्षण और बचाव के उपाय

पैर की उंगलियों में गांठ का कारण

पैर की उंगलियों में गांठ क्यों बनती है?
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कई व्यक्तियों की पैर की उंगलियों में हल्की या मोटी गांठें विकसित हो जाती हैं। प्रारंभ में ये गांठें छोटी और मुलायम होती हैं, लेकिन समय के साथ इनमें सूजन, दर्द या कठोरता आ सकती है। कभी-कभी ये हड्डियों के निकट उभरती हैं, जिससे उंगली टेढ़ी दिखाई देने लगती है। ये गांठें चलने या जूते पहनने में असुविधा उत्पन्न कर सकती हैं। कुछ मामलों में, हल्की गांठ केवल दिखने तक सीमित रहती है और दर्द नहीं होता, जबकि अन्य मामलों में ये हड्डी के उभार का रूप ले लेती हैं, जिससे दैनिक कार्यों में कठिनाई हो सकती है।
गांठ के साथ-साथ पैर की उंगलियों में अन्य लक्षण भी प्रकट हो सकते हैं, जैसे सूजन, लालिमा, हल्का या तेज दर्द, जलन और दबाव पड़ने पर असुविधा। कई लोगों को जूते पहनने पर उंगलियों में रगड़ या छाले जैसी समस्याएं होती हैं। उंगली की आकृति में परिवर्तन, जोड़ के पास त्वचा का मोटा होना और चलने में रुकावट भी सामान्य संकेत हैं। यदि गांठ बढ़ने लगे या लगातार दर्द बना रहे, तो यह शरीर के अंदर किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
गांठ बनने के कारण और संभावित बीमारियाँ
क्यों हो जाती हैं पैर की उंगलियों में गांठ? क्या ये कोई बीमारी है?
एम्स के आर्थोपेडिक विभाग के प्रोफेसर डॉ. भावुक गर्ग के अनुसार, पैर की उंगलियों में गांठ कई कारणों से बन सकती है। यह हमेशा गंभीर बीमारी का संकेत नहीं होती, लेकिन कभी-कभी गठिया (Arthritis), बुनियन (Bunion), हड्डी में कैल्शियम का जमा होना या सॉफ्ट टिश्यू की सूजन इसका कारण बन सकती है। बुनियन में अंगूठे के जोड़ पर हड्डी बाहर की ओर निकल आती है, जिससे गांठ बन जाती है।
गठिया में जोड़ों में सूजन से गांठ जैसी स्थिति उत्पन्न हो सकती है। लंबे समय तक टाइट जूते पहनना, गलत मुद्रा में चलना, अधिक वजन होना और उम्र बढ़ना भी इसके कारण हो सकते हैं। डायबिटीज या यूरिक एसिड के बढ़ने पर भी उंगलियों में गांठ बनने का खतरा रहता है। इसलिए इसे सामान्य न समझें। यदि गांठ बढ़ रही है, दर्द कर रही है या चलने में बाधा डाल रही है, तो डॉक्टर से जांच करवाना आवश्यक है ताकि सही कारण और उपचार का पता चल सके.
गांठ से बचाव के उपाय
कैसे करें बचाव
बहुत टाइट या गलत फिटिंग के जूते पहनने से बचें।
वजन को नियंत्रित रखें ताकि पैरों पर अतिरिक्त दबाव न पड़े।
पैर की उंगलियों में सूजन या बदलाव दिखे तो नजरअंदाज न करें।
समय-समय पर पैरों की जांच और साफ-सफाई करें।
दर्द या गांठ बढ़ने पर तुरंत विशेषज्ञ से सलाह लें।
कैल्शियम, शुगर और यूरिक एसिड की नियमित जांच करवाते रहें।