पुरुषों की प्रजनन क्षमता को प्रभावित करने वाले 5 प्रमुख कारक

आजकल, पुरुषों में प्रजनन क्षमता से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही हैं, जो मुख्यतः जीवनशैली और खान-पान से संबंधित हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, कुछ सामान्य आदतें जैसे शराब और धूम्रपान, अस्वास्थ्यकर आहार, तनाव, गर्मी का अधिक संपर्क, और निष्क्रिय जीवनशैली शुक्राणुओं की गुणवत्ता और संख्या को प्रभावित कर सकती हैं। यदि आप पितृत्व की योजना बना रहे हैं, तो इन 5 बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है।
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प्रजनन क्षमता में कमी के कारण


हेल्थ डेस्क। वर्तमान समय में, जीवनशैली और आहार के कारण पुरुषों में प्रजनन क्षमता से संबंधित समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि कुछ सामान्य आदतें और चीजें पुरुषों की शुक्राणु गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। यदि आप पिता बनने की योजना बना रहे हैं, तो इन 5 बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।


1. शराब और धूम्रपान का अत्यधिक सेवन


शराब और सिगरेट का सेवन पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता पर गंभीर असर डालता है। नियमित धूम्रपान से शुक्राणुओं की गति और आकार में कमी आ सकती है।


2. अस्वास्थ्यकर आहार


जंक फूड, अधिक तली-भुनी चीजें, कैफीन और शक्कर का अधिक सेवन शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा करता है। यह सीधे तौर पर शुक्राणु उत्पादन और उनकी ताकत को कमजोर करता है।


3. तनाव और नींद की कमी


तनाव, अनियमित नींद और मानसिक अस्थिरता पुरुषों के हार्मोन स्तर को प्रभावित करते हैं। इससे शुक्राणुओं की संख्या में कमी आ सकती है और उनकी सक्रियता भी घट सकती है।


4. गर्मी और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का अधिक संपर्क


लैपटॉप, मोबाइल या गर्म पानी के टब में लंबे समय तक बैठना अंडकोष के तापमान को बढ़ा देता है। यह शुक्राणु निर्माण के लिए हानिकारक है और उनकी गति को कम कर सकता है।


5. निष्क्रिय जीवनशैली और मोटापा


अधिक समय तक बैठने की आदत और मोटापा पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर को कम कर सकते हैं। हार्मोनल असंतुलन के कारण शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता पर असर पड़ता है।