पीपल के पत्तों से हार्ट अटैक के बाद स्वास्थ्य सुधारने का उपाय

हार्ट अटैक के मामलों में वृद्धि के कारण, एक घरेलू उपाय के रूप में पीपल के पत्तों का काढ़ा उपयोगी साबित हो सकता है। यह नुस्खा न केवल स्वास्थ्य को सुधारने में मदद करता है, बल्कि हार्ट अटैक के बाद की समस्याओं को भी कम करता है। जानें इसे कैसे बनाना है और इसके सेवन के लाभ।
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पीपल के पत्तों से हार्ट अटैक के बाद स्वास्थ्य सुधारने का उपाय

हार्ट अटैक के बढ़ते मामले

आजकल अनियमित जीवनशैली, अस्वस्थ खानपान और शारीरिक गतिविधियों की कमी के कारण हार्ट अटैक के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। यह एक गंभीर स्थिति है, और हार्ट अटैक के बाद भी कई समस्याएं बनी रहती हैं। पहले हार्ट अटैक के बाद शरीर को सामान्य होने में समय लगता है। लेकिन हम आपको एक घरेलू उपाय बताने जा रहे हैं, जो हार्ट अटैक के बाद की समस्याओं को कम करने में मदद कर सकता है। यह उपाय है पीपल के पत्तों का काढ़ा। आइए जानते हैं इसे कैसे बनाना और उपयोग करना है।


पीपल के पत्तों का प्रभावी उपाय

पहले, लगभग 15 ताजे पीपल के पत्ते लें और उन्हें अच्छे से धोकर साफ करें। ध्यान रखें कि पत्ते मुरझाए या सड़े-कटे न हों।


काढ़ा बनाने की विधि

अब इन पत्तों के ऊपर और नीचे के हिस्से को काटकर अलग कर दें। फिर इन्हें एक गिलास पानी में धीमी आंच पर उबालने के लिए रखें। जब पानी उबलकर एक तिहाई रह जाए, तो इसे आंच से उतारकर ठंडा होने के लिए रख दें।


काढ़ा तैयार है

यह काढ़ा तैयार हो जाता है और रोगी इसे सेवन कर सकता है। इसे दिन में तीन बार तीन खुराकों में लेना चाहिए। 15 दिनों तक ऐसा करने से ब्लॉकेज में कमी आती है और रोगी को काफी लाभ होता है। हालांकि, यह एक घरेलू उपाय है, इसलिए इसे अपनाने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है।