दिल की बीमारियों से बचने के लिए जरूरी 5 टेस्ट

दिल की बीमारियों का खतरा आजकल बढ़ता जा रहा है, लेकिन डॉ. जैक वोल्फसन ने पांच महत्वपूर्ण टेस्ट सुझाए हैं जो हर वयस्क को करवाने चाहिए। ये टेस्ट न केवल दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने में मदद करते हैं, बल्कि आपके स्वास्थ्य में सुधार को भी ट्रैक करते हैं। जानें इन टेस्ट के बारे में और अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के उपाय।
 | 
दिल की बीमारियों से बचने के लिए जरूरी 5 टेस्ट

दिल की बीमारियों का बढ़ता खतरा


आजकल, दिल की बीमारियाँ एक गंभीर समस्या बन गई हैं। अक्सर, ये बीमारियाँ 'चुप' होती हैं, जिसका मतलब है कि इनके लक्षण तब तक नहीं दिखते जब तक कि बहुत देर न हो जाए। लेकिन चिंता करने की जरूरत नहीं है। अमेरिका के एरिज़ोना से प्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. जैक वोल्फसन, जिनके पास 16 वर्षों का अनुभव है, ने पांच ऐसे टेस्ट सुझाए हैं जो हर वयस्क को दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने के लिए करवाने चाहिए।


महत्वपूर्ण टेस्ट

हाई-सेंसिटिविटी सी-रिएक्टिव प्रोटीन
डॉ. वोल्फसन के अनुसार, यह शरीर में सूजन का पता लगाने के लिए एक महत्वपूर्ण मार्कर है। उनका कहना है, "जब शरीर में सूजन होती है, तो जोखिम बढ़ जाता है।" यदि आप इस टेस्ट के माध्यम से सूजन के कारण का पता लगाते हैं और उसे ठीक करते हैं, तो आप दिल की बीमारी के जोखिम को काफी हद तक कम कर सकते हैं।


ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस टेस्ट
ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस आपके रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है और हृदय जोखिम को बढ़ा सकता है। डॉ. वोल्फसन बताते हैं कि उनकी क्लिनिक में इसके लिए एक मूत्र परीक्षण उपलब्ध है, जिसे घर पर भी किया जा सकता है। यह टेस्ट आपके स्वास्थ्य में समय के साथ सुधार को ट्रैक करने का एक बेहतरीन तरीका है।


एलपी(ए) टेस्ट
यह एक आनुवंशिक लिपिड कण परीक्षण है। डॉ. वोल्फसन बताते हैं कि जब इसका स्तर बढ़ता है, तो जोखिम भी बढ़ता है। लेकिन अच्छी बात यह है कि इसे बिना दवा के नियंत्रित किया जा सकता है। अपने शरीर की आनुवंशिक प्रवृत्ति को जानना महत्वपूर्ण है।


हॉमोसिस्टीन टेस्ट
यह टेस्ट आपके शरीर में विटामिन बी के स्तर और मेथिलेशन प्रक्रिया को समझने का एक तरीका है। मेथिलेशन हार्मोन, ग्लूटाथियोन और न्यूरोट्रांसमीटर के उत्पादन के लिए आवश्यक है। डॉ. वोल्फसन के अनुसार, यदि यह स्तर बढ़ता है, तो यह शरीर में विटामिन बी की कमी का संकेत है। उन्होंने बताया कि इसे "बाइसन ऑर्गन कॉम्प्लेक्स" के माध्यम से सुधारा जा सकता है।


ओमेगा-3 फैटी एसिड टेस्ट
डॉ. वोल्फसन जोर देते हैं, "जितने अधिक ओमेगा-3 स्तर होंगे, जोखिम उतना ही कम होगा।" वे सलाह देते हैं कि लोगों को बार-बार कोरोनरी सीटी स्कैन या अन्य विकिरण आधारित परीक्षण करवाने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ये अक्सर अनावश्यक तनाव और दवाओं की ओर ले जाते हैं। इसके बजाय, उचित ओमेगा-3 स्तर बनाए रखना अधिक फायदेमंद है।


सही आहार और जीवनशैली

सही आहार और जीवनशैली आवश्यक हैं
डॉ. वोल्फसन का मानना है कि कोरोनरी आर्टरी कैल्शियम स्कैन जैसे परीक्षण विकिरण शामिल करते हैं और आपके स्वास्थ्य में सुधार को ट्रैक करने की अनुमति नहीं देते। इसके विपरीत, उपरोक्त पांच परीक्षण आपको यह देखने में मदद करते हैं कि आपके आहार, जीवनशैली और मानसिकता में बदलाव आपके स्वास्थ्य को कैसे सुधार रहे हैं।


सोशल मीडिया

PC Social Media