डायबिटीज आजकल एक सामान्य समस्या बन गई है। अस्वस्थ खान-पान, शारीरिक गतिविधियों की कमी और तनावपूर्ण जीवनशैली अक्सर रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा देती है, जिससे शरीर में कई स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं। यदि हाल ही में आपके रक्त शर्करा का परीक्षण किया गया है और यह 200 mg/dl से अधिक है, तो यह आपके लिए एक चेतावनी है। ऐसी स्थिति में, तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना आवश्यक है। इसके साथ ही, डॉक्टर की सलाह पर कुछ घरेलू उपाय भी अपनाए जा सकते हैं। इस लेख में हम आपको कुछ सरल और प्रभावी घरेलू नुस्खे बताएंगे, जो आपके रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में सहायक हो सकते हैं।
मेथी और दालचीनी
मेथी और दालचीनी का उपयोग करके आप अपने रक्त शर्करा को नियंत्रित कर सकते हैं। रात में एक चम्मच मेथी के बीज को पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट चबाना या उसका पानी पीना फायदेमंद होता है। इससे रक्त शर्करा धीरे-धीरे संतुलित होता है। वहीं, दालचीनी भी रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में मदद करती है। आधा चम्मच दालचीनी पाउडर को गुनगुने पानी या दूध में मिलाकर रोजाना एक बार लेना चाहिए। यह शरीर में इंसुलिन के प्रभाव को कम करने में सहायक है।
कड़वी चीजों का सेवन करें
जब रक्त शर्करा बढ़ता है, तो कड़वी चीजों का सेवन करने की सलाह दी जाती है। ऐसे में, शुगर के मरीजों के लिए करेला, लौकी, तोरई और हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन लाभकारी हो सकता है। विशेष रूप से, करेला का जूस रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के लिए जाना जाता है। इसलिए, सप्ताह में 2 से 3 बार सुबह खाली पेट थोड़ा करेला जूस पीने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा, फाइबर युक्त आहार को बढ़ाना भी महत्वपूर्ण है। सलाद, अंकुरित अनाज और दालें रक्त शर्करा को तेजी से नहीं बढ़ाती हैं और पेट को लंबे समय तक भरा रखती हैं।
जीवनशैली में बदलाव करें
डायबिटीज एक जीवनशैली से जुड़ी बीमारी है। इसलिए, रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के लिए जीवनशैली में सुधार करना आवश्यक है। नियमित समय पर भोजन करना और देर रात तक जागने से बचना चाहिए। 30 मिनट की हल्की सैर या योगाभ्यास भी करें। तनाव भी रक्त शर्करा को बढ़ा सकता है, इसलिए मन को शांत रखने का प्रयास करें। गहरी सांस लेने का अभ्यास करें और ध्यान लगाकर तनाव को नियंत्रित करें.
