टॉयलेट में मोबाइल का उपयोग: स्वास्थ्य पर पड़ने वाले गंभीर प्रभाव

मोबाइल का बढ़ता उपयोग और स्वास्थ्य जोखिम
नई दिल्ली: आजकल मोबाइल फोन हर किसी के जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन चुका है। इसके बिना जीवन अधूरा सा लगता है, और एक पल भी इससे दूर रहना मुश्किल होता है। यहां तक कि कई लोग टॉयलेट में भी अपने मोबाइल को ले जाते हैं ताकि उनका समय व्यतीत हो सके। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपको गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करवा सकती है?
बवासीर, जिसे पाइल्स भी कहा जाता है, अब केवल वृद्ध लोगों में ही नहीं, बल्कि युवाओं में भी आम हो गई है। इस समस्या के पीछे एक कारण यह भी है कि लोग टॉयलेट में मोबाइल का उपयोग करते हैं। जब आप कमोड पर बैठकर मोबाइल पर ध्यान केंद्रित करते हैं, तो आप लंबे समय तक वहीं बैठे रहते हैं।
अधिकतर लोग टॉयलेट में बैठकर समाचार पढ़ते हैं, सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हैं, वीडियो देखते हैं या चैटिंग करते हैं। इस कारण उन्हें समय का पता ही नहीं चलता। लंबे समय तक टॉयलेट में बैठने से एनस और लोअर रेक्टम की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ता है, जिससे बवासीर का खतरा बढ़ जाता है।
टॉयलेट में बैक्टीरिया होते हैं, और मोबाइल को वहां ले जाने से उस पर कीटाणु चिपक जाते हैं। टॉयलेट में हर चीज पर कीटाणु होते हैं। जब आप टॉयलेट से बाहर निकलते हैं, तो आप अपने हाथ धो लेते हैं, लेकिन मोबाइल को साफ नहीं करते। इससे आपको कई प्रकार के संक्रमण हो सकते हैं।