च्युइंगम निगलने के स्वास्थ्य पर प्रभाव: जानें क्या होता है

क्या आपने कभी च्युइंगम निगला है? जानें कि यह आपके स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव डाल सकता है। च्युइंगम निगलने से आमतौर पर कोई समस्या नहीं होती, लेकिन बार-बार ऐसा करने से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस लेख में हम च्युइंगम के निगलने के संभावित नुकसान और आंतों में रुकावट के खतरे के बारे में चर्चा करेंगे। क्या आपको पता है कि च्युइंगम कितनी देर तक पेट में रह सकती है? जानने के लिए पढ़ें पूरा लेख।
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च्युइंगम निगलने के स्वास्थ्य पर प्रभाव: जानें क्या होता है

च्युइंगम निगलने के प्रभाव

च्युइंगम निगलने के स्वास्थ्य पर प्रभाव: जानें क्या होता है


च्युइंगम का सेवन कई लोगों की आदत होती है। कुछ इसे मुँह को व्यस्त रखने के लिए चबाते हैं, जबकि अन्य इसे जॉ लाइन के लिए पसंद करते हैं। कभी-कभी, लोग अनजाने में इसे निगल जाते हैं। यदि आपने भी ऐसा किया है, तो जानिए इसके स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है।


आमतौर पर, च्युइंगम निगलने से कोई गंभीर स्वास्थ्य समस्या नहीं होती, क्योंकि यह अक्सर मल के माध्यम से बाहर निकल जाती है। लेकिन यदि आप बार-बार च्युइंगम निगलते हैं, तो यह आपकी सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। नियमित निगलने से आंतों से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।


आंतों में रुकावट का खतरा

च्युइंगम की लचीली और चिपचिपी संरचना इसे लंबे समय तक चबाने की अनुमति देती है, लेकिन यह ठोस बनी रहती है। इसके कारण, यह पेट की परत में फंस सकती है और आंतों के कार्य में बाधा डाल सकती है। वास्तव में, हमारा शरीर च्युइंगम को पचाने में असमर्थ है, क्योंकि यह अघुलनशील होती है, जैसे कि सब्जियों और बीजों में पाया जाने वाला फाइबर।


च्युइंगम का पाचन

कई लोगों ने सुना होगा कि च्युइंगम निगलने पर यह सात साल तक पेट में रहती है। हालांकि यह सच नहीं है, लेकिन यह धारणा लोगों को च्युइंगम के अधिक सेवन से रोकती है। च्युइंगम में मौजूद तत्व आपके पाचन तंत्र द्वारा आसानी से नहीं टूटते हैं।


जैसे अन्य अघुलनशील पदार्थ, च्युइंगम भी मल के माध्यम से बाहर निकल जाती है। लेकिन यदि यह आंत में चिपक जाती है, तो यह रुकावट का कारण बन सकती है। यदि ऐसा होता है, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। लंबे समय तक पेट में रहने पर उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। च्युइंगम निगलने की घटनाएं बच्चों के साथ-साथ वयस्कों में भी देखी जाती हैं, इसलिए इसका सेवन सीमित करना बेहतर है।