गर्मी में रिस्पिरेटरी इंफेक्शन से बचने के उपाय

गर्मी के मौसम में स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं, खासकर रिस्पिरेटरी इंफेक्शन। इस लेख में जानें कि कैसे मौसम में बदलाव से संक्रमण का खतरा बढ़ता है और इसके लक्षण क्या हैं। साथ ही, जानें कि आप अपनी इम्यूनिटी को कैसे मजबूत रख सकते हैं और संक्रमण से बचने के लिए क्या उपाय कर सकते हैं। ठंडी चीजों से परहेज करने और आराम करने के महत्व पर भी चर्चा की गई है।
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गर्मी में रिस्पिरेटरी इंफेक्शन से बचने के उपाय

रिस्पिरेटरी इंफेक्शन: गर्मी में स्वास्थ्य पर प्रभाव

Cough Cold (1)Image Credit source: Pexels

गर्मी के मौसम में सर्दियों के बाद कई स्वास्थ्य समस्याएं उभरने लगती हैं, जैसे सर्दी-जुकाम, बुखार और गले में दर्द। ये सामान्य समस्याएं कभी-कभी गंभीर रूप ले सकती हैं। मौसम में अचानक बदलाव और बढ़ते प्रदूषण के कारण लोग खांसी, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई का सामना कर रहे हैं। ये लक्षण रिस्पिरेटरी इंफेक्शन का संकेत हो सकते हैं, जो मुख्यतः वायरस, बैक्टीरिया या फंगस के कारण होता है, और यह कमजोर इम्यून सिस्टम वाले व्यक्तियों को जल्दी प्रभावित करता है।

रिस्पिरेटरी इंफेक्शन, जो श्वसन तंत्र से संबंधित है, हमारी सांस की नली और फेफड़ों को प्रभावित करता है। इसे दो श्रेणियों में बांटा जा सकता है: अपर और लोअर रिस्पिरेटरी इंफेक्शन। अपर इंफेक्शन में नाक, गला और साइनस प्रभावित होते हैं, जबकि लोअर इंफेक्शन फेफड़ों तक पहुंच सकता है, जिससे ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।

मौसम में बदलाव से संक्रमण का बढ़ना

जैसे-जैसे मौसम बदलता है, शरीर को नई परिस्थितियों में ढलने में समय लगता है। ठंडी और शुष्क हवा से गले और नाक की नमी कम हो जाती है, जिससे वायरस का हमला तेज हो जाता है। इसके अलावा, प्रदूषण, धूल-मिट्टी और भीड़भाड़ वाले स्थानों पर जाने से भी संक्रमण का खतरा बढ़ता है।

लक्षणों पर ध्यान दें

यदि किसी को लगातार खांसी, गले में खराश, छींक आना, हल्का बुखार और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो यह रिस्पिरेटरी इंफेक्शन का संकेत हो सकता है। गंभीर मामलों में सीने में जकड़न और तेज बुखार भी हो सकता है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक है।

संक्रमण से बचने के उपाय

संक्रमण से बचने के लिए इम्यूनिटी को मजबूत रखना सबसे महत्वपूर्ण है। इसके लिए आंवला, शहद, हल्दी और तुलसी का सेवन करें। पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं और गर्म सूप या हर्बल चाय को अपने आहार में शामिल करें। बाहर जाते समय मास्क पहनें और नियमित रूप से हाथ धोने की आदत डालें।

ठंडी चीजों से बचें और आराम करें

इस मौसम में ठंड से बचने की आवश्यकता है, खासकर खानपान में ठंडी चीजों से परहेज करें। जैसे आइसक्रीम और ठंडे पेय पदार्थों का सेवन न करें। क्योंकि इनसे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में पर्याप्त नींद लें और शरीर को आराम दें, ताकि संक्रमण से जल्दी ठीक हो सकें।