गर्मियों में पानी पीने के सही तरीके: जानें कितनी मात्रा सुरक्षित है

गर्मी के मौसम में पानी पीने की सही मात्रा जानना बेहद जरूरी है। अधिक पानी पीने से होने वाले स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जानें और विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार पानी पीने के सही तरीके अपनाएं। इस लेख में वाटर इंटॉक्सिकेशन के लक्षण और उससे बचने के उपाय भी बताए गए हैं। जानें कि गर्मियों में आपको कितनी मात्रा में पानी पीना चाहिए और क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए।
 | 
गर्मियों में पानी पीने के सही तरीके: जानें कितनी मात्रा सुरक्षित है

गर्मी में पानी की सही मात्रा

गर्मी में कितना पानी पीना चाहिए

गर्मी का मौसम आ चुका है, और इस दौरान पसीना अधिक आता है, जिससे प्यास भी बढ़ जाती है। कई लोग डिहाइड्रेशन के डर से जरूरत से ज्यादा पानी पीने लगते हैं। हालांकि, कम पानी पीने से डिहाइड्रेशन होता है, वहीं अधिक पानी पीने से भी स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अत्यधिक पानी पीने से लिवर और किडनी पर असर पड़ सकता है, और शरीर में सूजन भी आ सकती है। इस विषय पर हमने सीनियर पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट से चर्चा की है।

गर्मी में शरीर का तापमान नियंत्रित करने के लिए अधिक पसीना निकलता है, जिससे पानी की आवश्यकता बढ़ जाती है। लेकिन लोग अक्सर केवल साधारण पानी ही पीते हैं। कभी-कभी, तेज प्यास लगने पर लोग एक साथ बहुत सारा पानी पी लेते हैं, जिससे पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। लगातार अधिक पानी पीने से वाटर इंटॉक्सिकेशन की समस्या उत्पन्न हो सकती है, जो तब होती है जब शरीर में अत्यधिक पानी जमा हो जाता है। इससे सोडियम का स्तर गिर जाता है, जो कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।

वाटर इंटॉक्सिकेशन के लक्षण

डॉ. आरके गुप्ता, जो गाजियाबाद के जिला सर्विलांस अधिकारी हैं, बताते हैं कि गर्मियों में प्यास लगने पर धीरे-धीरे और सीमित मात्रा में पानी पीना चाहिए। पानी के बजाय शिकंजी या ओआरएस का सेवन करना बेहतर होता है। साधारण पानी पीने से तुरंत प्यास नहीं बुझती, जिससे व्यक्ति अधिक पानी पी लेता है। इसके परिणामस्वरूप वाटर इंटॉक्सिकेशन हो सकता है। इसके लक्षणों में मतली, उल्टी, सिरदर्द, भ्रम, मांसपेशियों में कमजोरी और गंभीर मामलों में दौरे या कोमा शामिल हो सकते हैं।

गर्मी में पानी की सही मात्रा

डॉ. गुप्ता के अनुसार, गर्मियों में अधिक पसीना आने के कारण शरीर को अधिक पानी की आवश्यकता होती है। इसलिए, थोड़ी-थोड़ी देर में आधा से एक गिलास पानी पीते रहना चाहिए। कोशिश करें कि केवल पानी ही न पिएं, बल्कि घरेलू पेय का भी उपयोग करें। हर व्यक्ति की पानी की आवश्यकता अलग होती है, जो मौसम, गतिविधि स्तर और स्वास्थ्य पर निर्भर करती है। सामान्यतः वयस्कों को दिन में लगभग 2-3 लीटर पानी पीने की सलाह दी जाती है। गर्मियों में या शारीरिक गतिविधि के दौरान, पानी की आवश्यकता अधिक हो सकती है। यदि कोई लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

सावधानियाँ

प्यास लगने पर ही पानी पिएं।
जब तक प्यास न लगे, तब तक पानी पीने से बचें।
एक बार में बहुत अधिक पानी न पिएं।
पूरे दिन में थोड़ा-थोड़ा करके पानी पिएं।