क्या सिगरेट पीना आपकी किडनी के लिए हानिकारक है?

विश्व किडनी दिवस के अवसर पर, यह जानना महत्वपूर्ण है कि सिगरेट पीना आपकी किडनी के लिए कितना हानिकारक हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, धूम्रपान से किडनी में पथरी बनने और कार्यक्षमता में कमी आ सकती है। इस लेख में, हम किडनी की बीमारियों के बढ़ते मामलों, सिगरेट के प्रभाव और किडनी को स्वस्थ रखने के उपायों पर चर्चा करेंगे। जानें कि कैसे आप अपनी किडनी को सुरक्षित रख सकते हैं और इसके खराब होने के लक्षण क्या हैं।
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क्या सिगरेट पीना आपकी किडनी के लिए हानिकारक है?

किडनी की बीमारी का बढ़ता खतरा

किडनी क्यों होती है खराब

हर साल, किडनी से जुड़ी बीमारियों के मामलों में वृद्धि हो रही है। इस समस्या के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए विश्व किडनी दिवस मनाया जाता है। आमतौर पर यह माना जाता है कि शराब पीने से किडनी पर बुरा असर पड़ता है, लेकिन सिगरेट और गांजा जैसे अन्य पदार्थ भी किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं। कई मामलों में, ये पदार्थ किडनी को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं।

सफदरजंग अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. हिमांशु वर्मा के अनुसार, शराब के साथ-साथ सिगरेट भी किडनी के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। सिगरेट में मौजूद हानिकारक तत्व रक्त में मिलकर किडनी तक पहुंच सकते हैं, जिससे पथरी बनने और किडनी की कार्यक्षमता में कमी आ सकती है।


सिगरेट का किडनी पर प्रभाव

सिगरेट से किडनी कैसे खराब होती है

डॉ. हिमांशु बताते हैं कि धूम्रपान से शरीर में आर्जिनिन वैसोप्रेसिन का स्तर बढ़ता है, जिससे यूरिन का प्रवाह प्रभावित होता है। यूरिन का कम प्रवाह किडनी में पथरी का कारण बन सकता है। इसके अलावा, सिगरेट पीने से किडनी में ऑक्सीडेटिव तनाव बढ़ता है, जो किडनी को नुकसान पहुंचाता है। लंबे समय तक सिगरेट पीने वाले व्यक्तियों में किडनी की समस्याएं आम होती जा रही हैं। डॉ. हिमांशु का कहना है कि अब कम उम्र में भी किडनी खराब होने के मामले सामने आ रहे हैं, जिसका मुख्य कारण अस्वस्थ खानपान, खराब जीवनशैली और नशे की लत है।


किडनी को स्वस्थ रखने के उपाय

किडनी को स्वस्थ कैसे रखें

श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट के नेफ्रोलॉजी और किडनी ट्रांसप्लांट विभाग के डॉ. राजेश अग्रवाल का कहना है कि किडनी को स्वस्थ रखने के लिए नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना आवश्यक है। इसके साथ ही, उच्च रक्तचाप और शुगर को नियंत्रित करना भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि ये किडनी की बीमारियों का कारण बन सकते हैं। नियमित स्वास्थ्य जांच कराना और किडनी की बीमारी के लक्षणों के प्रति जागरूक रहना भी आवश्यक है।


किडनी खराब होने के लक्षण

किडनी खराबी के लक्षण क्या हैं?

पेशाब में खून आना

पेशाब करते समय दर्द होना

पैरों में सूजन आना

पेशाब में जलन होना