किडनी स्वास्थ्य: पहचानें किडनी फेल होने के संकेत

किडनी हमारे शरीर के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण अंग है, जो हानिकारक पदार्थों को बाहर निकालने और तरल संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। यदि किडनी में कोई समस्या होती है, तो शरीर कुछ संकेत देता है। इस लेख में, हम किडनी फेल होने के 7 चुप्पे संकेतों के बारे में चर्चा करेंगे, जैसे यूरिन में बदलाव, थकान, सूजन, नींद की समस्या, और अन्य। इन संकेतों को पहचानकर आप समय पर स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं और गंभीर बीमारियों से बच सकते हैं।
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किडनी के महत्वपूर्ण कार्य और संकेत

किडनी स्वास्थ्य: पहचानें किडनी फेल होने के संकेत


किडनी हमारे शरीर में कई महत्वपूर्ण कार्य करती है, जैसे कि हानिकारक पदार्थों और अतिरिक्त तरल को बाहर निकालना। यह सुनिश्चित करती है कि शरीर में तरल पदार्थों की मात्रा संतुलित रहे और रासायनिक संतुलन बनाए रखने में मदद करती है। जब किडनी में कोई समस्या होती है, तो शरीर कुछ संकेत देता है। आइए जानते हैं उन संकेतों के बारे में।


किडनी फेल होने के संकेत

यदि समय पर इन लक्षणों को पहचाना जाए, तो किडनी की गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। इस लेख में हम किडनी फेल होने के 7 चुप्पे संकेतों के बारे में चर्चा करेंगे, जिनका अनुभव होते ही तुरंत स्वास्थ्य विशेषज्ञ से संपर्क करना चाहिए।


यूरिन में बदलाव: सामान्यतः एक व्यक्ति दिन में 6 से 7 बार पेशाब करता है। यदि आप इससे अधिक बार पेशाब कर रहे हैं या केवल 3 से 4 बार ही टॉयलेट जा रहे हैं, तो यह किडनी की खराबी का संकेत हो सकता है। यूरिन का रंग या गंध में बदलाव भी समस्या का संकेत हो सकता है, जैसे कि झाग आना या खून आना।


थकान और कमजोरी: लगातार थकान और कमजोरी महसूस करना किडनी की समस्या का संकेत हो सकता है। यदि आप थोड़ी सी गतिविधि करने पर भी थक जाते हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें।


सूजन: पैरों में सूजन आना कभी-कभी सामान्य हो सकता है, लेकिन यदि यह लंबे समय तक बनी रहे, तो यह किडनी में पानी जमा होने का संकेत हो सकता है।


नींद की समस्या: यदि आपको नींद नहीं आ रही है या रात में करवटें बदलते रहते हैं, तो यह किडनी की बीमारी का संकेत हो सकता है।


हाई ब्लड प्रेशर: किडनी का सही कार्य ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद करता है। यदि किडनी ठीक से काम नहीं कर रही है, तो ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।


त्वचा में खुजली: किडनी खून से विषाक्त पदार्थों और अतिरिक्त मिनरल्स को निकालती है। यदि यह प्रक्रिया बाधित होती है, तो त्वचा में खुजली और सूखापन हो सकता है।


पीठ के निचले हिस्से में दर्द: किडनी में समस्या होने पर पीठ के निचले हिस्से में दर्द महसूस हो सकता है। यदि दर्द की तीव्रता बढ़ती है या दवा लेने पर भी आराम नहीं मिलता, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।