कमजोर हड्डियों के संकेत: पहचानें और बचें

कमजोर हड्डियों के संकेत
() कमजोर हड्डियों के संकेत: हड्डियाँ न केवल शरीर की संरचना को बनाए रखती हैं, बल्कि मांसपेशियों को भी स्वस्थ रखने में मदद करती हैं और कई अंगों की सुरक्षा करती हैं। इसलिए, हड्डियों की देखभाल करना अत्यंत आवश्यक है। उम्र के साथ, हड्डियों की मजबूती में कमी आ सकती है। 30 वर्ष की आयु के बाद, अधिकांश व्यक्तियों का बोन मास (घनत्व) घटने लगता है, जिससे हड्डियाँ कमजोर हो जाती हैं। कमजोर हड्डियों के कारण ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं और फ्रैक्चर का जोखिम बढ़ जाता है। कुछ संकेत हैं जो दर्शाते हैं कि आपकी हड्डियाँ कमजोर हो रही हैं, और इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
मसूड़ों की कमजोरी
जब हड्डियाँ कमजोर होती हैं, तो मसूड़ों की समस्याएँ भी उत्पन्न होती हैं। जबड़े की हड्डी दांतों को स्थिर रखने में मदद करती है, लेकिन उम्र बढ़ने के साथ यह भी कमजोर हो जाती है। जबड़े की हड्डी के टूटने से दांत मसूड़ों से बाहर निकलने लगते हैं या अलग हो सकते हैं, जिससे दांतों की स्थिति भी खराब हो सकती है।
पकड़ की कमजोरी
कई शोधों में यह पाया गया है कि हाथों की पकड़ और कलाई का घनत्व रीढ़ और कूल्हे की हड्डियों के घनत्व से संबंधित है। रजोनिवृत्ति के बाद की महिलाओं पर एक हालिया अध्ययन में, हाथों की पकड़ की मजबूती को पूरे शरीर में हड्डियों के घनत्व का पता लगाने के लिए महत्वपूर्ण शारीरिक परीक्षण माना गया है।
कमजोर और टूटते नाखून
यदि आपके नाखून बार-बार टूटते हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में कैल्शियम और कोलेजन की कमी है। ये पोषक तत्व मजबूत हड्डियों के लिए आवश्यक हैं। कमजोर नाखून इस बात का संकेत हो सकते हैं कि आपके शरीर को इन महत्वपूर्ण पोषक तत्वों की आवश्यकता है।
ऐंठन और दर्द
विटामिन डी, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे कुछ विटामिन और खनिज हड्डियों की सेहत के लिए आवश्यक हैं। इनकी कमी से शरीर में ऐंठन और हड्डियों में दर्द हो सकता है। यदि इन पोषक तत्वों की लगातार कमी रहती है, तो यह भविष्य में हड्डियों को नुकसान पहुँचा सकती है।
शरीर का झुकना
कमजोर हड्डियों के कारण शरीर आगे की ओर झुकने लगता है। यह स्थिति कमजोर हड्डियों का प्रारंभिक संकेत हो सकती है। यदि आपकी रीढ़ की हड्डी बिना किसी भारी वजन के झुक जाती है या गलत बैठने के कारण आस-पास की मांसपेशियाँ कमजोर हो जाती हैं, तो यह संकेत है कि आपकी हड्डियाँ कमजोर हो रही हैं।
फ़िटनेस में कमी
यदि आपकी फ़िटनेस में कमी आ रही है, तो यह संकेत हो सकता है कि आपकी हड्डियों का घनत्व घट रहा है। शोध से पता चला है कि वजन घटाने वाले व्यायाम हड्डियों की क्षति को कम करते हैं और कैल्शियम तथा हड्डी बनाने वाली कोशिकाओं के माध्यम से हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
तेज़ दिल की धड़कन
सामान्य हृदय गति 60 से 100 बीट प्रति मिनट होती है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि 80 बीट प्रति मिनट से अधिक की नाड़ी दर कूल्हे, श्रोणि और रीढ़ की हड्डी के फ्रैक्चर का खतरा बढ़ा सकती है। हृदय गति आपके फिटनेस स्तर को दर्शाती है।
निष्कर्ष
कैसी भी हो स्थिती त्याग चुके हैं सारे सुख फिर भी इन पांच कड़े नियमों का करना पड़ता है पालन!