कम शरीर के तापमान के कारण: हाइपोथर्मिया से थायरॉइड तक

कम शरीर के तापमान का होना हमेशा चिंता का विषय नहीं होता, लेकिन यदि यह लगातार बना रहे, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। हाइपोथर्मिया, तंत्रिका तंत्र के विकार और कुछ दवाएं इसके संभावित कारण हैं। इस लेख में, हम जानेंगे कि कैसे कम तापमान के लक्षणों को पहचानें और उनसे बचने के उपाय क्या हैं। सही समय पर तापमान मापने और उचित कदम उठाने से आप स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बच सकते हैं।
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कम शरीर के तापमान के कारण: हाइपोथर्मिया से थायरॉइड तक

कम तापमान का होना: चिंता का विषय?

शरीर का तापमान सामान्य से कम होना हमेशा गंभीर नहीं होता, लेकिन यदि यह लगातार बना रहे, तो यह कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। हाइपोथर्मिया, तंत्रिका तंत्र के विकार और कुछ दवाएं इसके संभावित कारण हो सकते हैं। तापमान मापते समय सही समय का ध्यान रखना आवश्यक है, और यदि कंपकंपी जैसे लक्षण दिखाई दें, तो तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। बच्चों में त्वचा का ठंडा होना भी एक चेतावनी संकेत है।


कम तापमान के संभावित कारण

शरीर का तापमान सामान्य से थोड़ा कम होना हमेशा चिंताजनक नहीं होता, क्योंकि यह कभी-कभी फैट लॉस या सूखी त्वचा के कारण भी हो सकता है। आपकी उम्र, लिंग और दिन का समय भी शरीर के तापमान को प्रभावित कर सकता है। हालांकि, यदि तापमान बहुत कम हो जाए, तो यह कुछ गंभीर समस्याओं का संकेत हो सकता है। आइए जानते हैं उन समस्याओं के बारे में, उनके लक्षण और उनसे बचने के उपाय।


हाइपोथर्मिया

शरीर का तापमान यह दर्शाता है कि शरीर में उत्पन्न और खर्च होने वाली गर्मी के बीच संतुलन बना हुआ है या नहीं। लंबे समय तक ठंडे वातावरण में रहने से शरीर की गर्मी बाहर निकल जाती है, जिससे हाइपोथर्मिया का खतरा बढ़ जाता है। नवजात और बुजुर्गों में यह समस्या अधिक होती है, क्योंकि उनका शरीर तापमान को सही तरीके से नियंत्रित नहीं कर पाता। यदि किसी का तापमान बहुत कम हो गया है, तो निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:


उपाय

  • तुरंत ठंडे वातावरण से बाहर ले जाएं
  • गीले कपड़े तुरंत बदलें
  • दो-तीन कंबल ओढ़ाएं
  • गर्म पेय दें
  • सीधे गर्मी देने से बचें, जैसे गर्म पानी से नहलाना


तंत्रिका तंत्र के विकार

ब्रेन का हाइपोथैलेमस शरीर के तापमान संतुलन को नियंत्रित करता है। यदि तंत्रिका तंत्र में कोई समस्या होती है, तो यह तापमान नियंत्रण में बाधा डाल सकती है। इससे शरीर का तापमान कम हो सकता है। तंत्रिका तंत्र के विकारों में शामिल हैं:


विकार

  • स्ट्रोक
  • स्पाइनल कॉर्ड में चोट
  • पार्किंसन्स रोग
  • मल्टीपल स्क्लेरोसिस


कुछ दवाओं के प्रभाव

डिप्रेशन, बायपोलर डिसऑर्डर और सिजोफ्रेनिया के इलाज में इस्तेमाल होने वाली दवाओं के साइड इफेक्ट के रूप में शरीर का तापमान कम हो सकता है।


सही समय पर तापमान मापें

यदि आपको अपने शरीर के तापमान के कम होने की चिंता है, तो इसे मापने के लिए निम्नलिखित बातों का ध्यान रखें:


सुझाव

  • एक्सरसाइज या गर्म पानी से नहाने के एक घंटे के भीतर तापमान न लें
  • स्मोकिंग के 30 मिनट बाद तापमान न लें
  • गर्म या ठंडा पेय लेने के 30 मिनट बाद तापमान न लें


तुरंत कदम उठाएं

  • कंपकंपी हो रही हो
  • व्यक्ति बड़बड़ाने लगे
  • सांस धीमी हो जाए
  • नाड़ी धीमी हो जाए
  • एकाग्रता में कमी
  • बेहोशी
  • बच्चों में त्वचा लाल और ठंडी हो जाए