अनिद्रा से राहत पाने के उपाय: एक्यूप्रेशर चिकित्सा का महत्व

अनिद्रा की समस्या

रात में नींद न आना या देर तक जागना अनिद्रा कहलाता है।
अनिद्रा के कारण
अनिद्रा के प्रमुख कारणों में चिंता, मानसिक तनाव, कैफीन का सेवन, खराब वातावरण, अत्यधिक श्रम, भारी भोजन, धूम्रपान, नींद की गोलियां, और नशा शामिल हैं। इसके अलावा, स्नायविक प्रणाली में गड़बड़ी भी अनिद्रा का कारण बन सकती है।
अनिद्रा के लक्षण
अनिद्रा के लक्षणों में आंखों का लाल होना, नींद की कमी, और किसी कार्य में ध्यान न लगना शामिल हैं।
अनिद्रा का उपचार
अनिद्रा से निपटने के लिए सबसे पहले पर्याप्त नींद लेना आवश्यक है। रोगी को एक्यूप्रेशर चिकित्सा का सहारा लेना चाहिए, जिसमें कलाई और कंधे के पास के बिंदुओं पर दबाव डालना शामिल है। सुबह जल्दी उठकर व्यायाम करना, हरी घास पर नंगे पांव चलना, और हल्के गुनगुने पानी से स्नान करना भी फायदेमंद है।
यदि अनिद्रा का कारण मानसिक हो, तो मनोचिकित्सक से परामर्श लेना चाहिए। एक्यूप्रेशर से उपचार के लिए, रोगी को प्रतिदिन कुछ मिनटों के लिए विभिन्न बिंदुओं पर दबाव डालना चाहिए।
अनिद्रा के लिए एक्यूप्रेशर तकनीक
रोगी की भौंहों के बीच और कलाई के पास के बिंदुओं पर 2-3 मिनट तक दबाव डालने से अनिद्रा में सुधार होता है। इसके अलावा, हाथों के अंगूठों और अंगुलियों पर दबाव डालने से भी नींद में सुधार होता है।
रात को सोने से पहले इन बिंदुओं पर दबाव डालने से तनाव कम होता है, जिससे नींद बेहतर आती है।
अनिद्रा से बचने के सुझाव
अनिद्रा से बचने के लिए, रात में जल्दी सोना और सुबह जल्दी उठना चाहिए। नींद की गोलियों का सेवन न करें, क्योंकि यह गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है। भोजन में मिर्च-मसाले कम करें और शराब का सेवन न करें।