माइग्रेन से राहत के लिए काली मिर्च का उपयोग

माइग्रेन एक गंभीर समस्या है, जो सिर में तेज दर्द का कारण बनती है। इस दर्द से राहत पाने के लिए काली मिर्च का सेवन एक प्रभावी उपाय हो सकता है। आयुर्वेद में इसे रामबाण माना गया है, लेकिन इसके सेवन में सावधानी बरतनी आवश्यक है। जानें कैसे काली मिर्च माइग्रेन के दर्द को कम कर सकती है और इसके सही सेवन की विधि।
 | 

माइग्रेन: एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या

माइग्रेन एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो सिर में तीव्र दर्द के रूप में प्रकट होती है। यह दर्द अक्सर सिर के एक हिस्से में असहनीय होता है और कभी-कभी यह कुछ मिनटों से लेकर कई दिनों तक भी बना रह सकता है.


माइग्रेन के लक्षण

माइग्रेन से प्रभावित व्यक्ति अक्सर चक्कर, उल्टी और हल्का बुखार महसूस करते हैं। सर्दियों में इस समस्या के बढ़ने की संभावना अधिक होती है.


काली मिर्च: एक प्राकृतिक उपाय

हालांकि, राहत पाने के लिए काली मिर्च एक सरल उपाय हो सकती है। आयुर्वेद में इसे माइग्रेन के लिए अत्यधिक प्रभावी माना गया है। इसमें मौजूद पिपेरिन तत्व सूजन को कम करने में सहायक होता है, जिससे माइग्रेन के दर्द में राहत मिलती है. लेकिन, इसका सेवन सावधानी से करना आवश्यक है, क्योंकि काली मिर्च की तासीर गर्म होती है और अधिक मात्रा में सेवन से हानि हो सकती है.


काली मिर्च का सेवन कैसे करें

पंजाब के बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर प्रमोद आनंद तिवारी के अनुसार, माइग्रेन का दर्द नसों के तनाव और सिकुड़ने के कारण होता है। उनका कहना है कि माइग्रेन के दर्द के शुरू होने से पहले काली मिर्च का सेवन करने से राहत मिल सकती है। डॉक्टर ने सलाह दी है कि माइग्रेन के दर्द से राहत पाने के लिए दो या तीन काली मिर्च को चबाना चाहिए, जिससे दर्द में जल्दी आराम मिल सकता है.


सावधानी बरतें

हालांकि, काली मिर्च की तासीर गर्म होती है, इसलिए इसका अत्यधिक सेवन हानिकारक हो सकता है। अधिक मात्रा में सेवन से नाक से खून आने जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। इसलिए आयुर्वेदिक चिकित्सक सलाह देते हैं कि दो या तीन काली मिर्च से अधिक का सेवन नहीं करना चाहिए। यदि सही मात्रा में काली मिर्च का सेवन किया जाए, तो यह माइग्रेन के दर्द को नियंत्रित करने में सहायक हो सकता है.