अधोमुख श्वानासन : तनाव और चिंता से राहत पाने का सरल उपाय, जानें इसके चमत्कारी फायदे

नई दिल्ली, 12 जून (आईएएनएस)। योग तन, मन और आत्मा को संतुलित करने का तरीका सिखाता है। यह न केवल शरीर को लचीला और मजबूत बनाता है, बल्कि मानसिक शांति भी देता है। आज की भागती-दौड़ती जिंदगी में योग अपनाना बेहद जरूरी हो गया है, क्योंकि यह तनाव कम करता है और सेहत बेहतर बनाता है। योग में कई तरह के योगासन होते हैं, जो अलग-अलग तरीकों से शरीर को लाभ देते हैं। इन्हीं में से एक है- अधोमुख श्वानासन। यह आसन अष्टांग योग का महत्वपूर्ण हिस्सा है और सूर्य नमस्कार के सात आसनों में भी शामिल है।
अधोमुख श्वानासन में 'अधोमुख' का अर्थ है नीचे की तरफ मुंह करना और 'श्वान' का अर्थ है कुत्ता यानी इस आसन में कुत्ते की भांति शरीर की आकृति होती है। इसे अंग्रेजी में 'डाउनवर्ड फेसिंग डॉग पोज' कहते हैं।
इस आसन के बहुत फायदे हैं। इसको नियमित तौर पर करने से कंधे, हाथ, पैर और रीढ़ की हड्डी मजबूत होती है। यह थकान मिटाने में मदद करता है। एक एथलीट के लिए भी यह शानदार लाभ देने वाला साबित हो सकता है। यहां तक कि ओलंपिक की ऑफिशियल वेबसाइट पर भी अधोमुख श्वानासन के फायदे बताए गए हैं।
यह शरीर और मन दोनों के लिए अच्छा है। अधोमुख श्वानासन रोजाना करने से मानसिक शांति मिलती है और ऊर्जा बनी रहती है। यह आसन खासतौर पर तनाव को कम करने में मदद करता है। यह मन को शांत करता है और चिंता को दूर करता है।
यह ऐसा योगासन है जो शरीर के सभी अंगों में रक्त संचार को सही करता है। इसे करने से खासतौर पर सिर की ओर रक्त का प्रवाह बढ़ता है, जिससे दिमाग को आराम मिलता है और मानसिक शांति महसूस होती है। जब मानसिक तनाव कम होता है, तो नींद अपने आप अच्छी आने लगती है। इसे रोज करने से नींद न आने की समस्या धीरे-धीरे दूर होने लगती है। इस तरह से यह आसन गहरी नींद पाने के लिए बहुत असरदार है।
अधोमुख श्वानासन करने से पाचनतंत्र भी मजबूत होता है और पेट से जुड़ी समस्याएं कम होती हैं। यह आसन पेट पर हल्का दबाव डालता है, जिससे ब्लोटिंग, कब्ज और अपच जैसी समस्याओं में राहत मिलती है। इसे नियमित रूप से करने से पाचन क्रिया बेहतर होती है और पेट साफ रहता है। यह योगासन शरीर के अंदरूनी अंगों को सक्रिय करता है, जिससे पेट से जुड़ी बीमारियों को दूर करने में मदद मिलती है और शरीर स्वस्थ रहता है।
अधोमुख श्वानासन करने के लिए सबसे पहले पैरों के बीच थोड़ी दूरी बनाकर सीधे खड़े हो जाएं। फिर धीरे-धीरे सांस भरते हुए दोनों हाथों को ऊपर की ओर उठाएं। इसके बाद सांस छोड़ते हुए शरीर को आगे झुकाएं और हाथों को नीचे लाकर फर्श पर रखें, ताकि शरीर 'वी' के आकार में आ जाए। इस पोज में आने के बाद सामान्य रूप से सांस लेते रहें और लगभग 5 मिनट तक इसी स्थिति में बने रहने की कोशिश करें।
--आईएएनएस
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