बीबीसी डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग : जामिया विवि के 4 छात्र हिरासत में लिए गए (लीड-1)

नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) से जुड़े चार छात्रों को हिरासत में लिया गया है। बुधवार शाम जनसंचार विभाग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी के विवादास्पद वृत्तचित्र की स्क्रीनिंग की घोषणा के बाद कक्षाएं निलंबित कर दी गईं।
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बीबीसी डॉक्यूमेंट्री स्क्रीनिंग : जामिया विवि के 4 छात्र हिरासत में लिए गए (लीड-1)
नई दिल्ली, 25 जनवरी (आईएएनएस)। जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) से जुड़े चार छात्रों को हिरासत में लिया गया है। बुधवार शाम जनसंचार विभाग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी के विवादास्पद वृत्तचित्र की स्क्रीनिंग की घोषणा के बाद कक्षाएं निलंबित कर दी गईं।

इस बीच, पुलिस टीमों को विश्वविद्यालय गेट के पास तैनात किया गया है।

डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग शाम 6 बजे के आसपास निर्धारित की गई थी। हालांकि, विश्वविद्यालय ने मंगलवार को कहा था कि एसएफआई द्वारा स्क्रीनिंग की घोषणा के बाद प्रशासन परिसर में किसी भी अनधिकृत सभा की अनुमति नहीं देगा।

जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) परिसर में सोमवार देर शाम उस समय जमकर हंगामा हुआ था जब छात्रों ने आरोप लगाया कि बीबीसी की विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री देखने के दौरान उन पर पत्थरों से हमला किया गया।

हालांकि, पुलिस उपायुक्त (दक्षिण-पश्चिम) मनोज सी. ने पथराव की खबरों का खंडन किया।

घटना के बारे में पूछे जाने पर डीसीपी ने कहा, मैं फिर से दोहराता हूं कि अभी तक ऐसी किसी घटना की सूचना हमें नहीं मिली है।

डीसीपी ने कहा, अगर हमें जेएनयू के किसी भी वर्ग से शिकायत मिलती है, तो उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच, जेएनयू छात्र संघ (जेएनयूएसयू) के कार्यालय में इंटरनेट सेवा और बिजली कनेक्शन मंगलवार को करीब तीन घंटे के लिए बंद कर दिया गया। कुछ छात्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी वृत्तचित्र दिखाना चाहते थे।

जेएनयू प्रशासन ने पहले छात्रों से डॉक्यूमेंट्री - इंडिया: द मोदी क्वेस्चन की स्क्रीनिंग रद्द करने के लिए कहा था।

विश्वविद्यालय प्रशासन ने कड़ी चेतावनी देते हुए छात्रों से कहा कि यदि कोई भी डॉक्यूमेंट्री देखता है तो विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जा सकती है।

--आईएएनएस

एसकेपी