शी चिनफिंग की रूस यात्रा मैत्री, सहयोग व शांति की शुरुआत करेगी

दोनों देशों के शीर्ष नेताओं के बीच आदान-प्रदान चीन-रूस संबंधों का दिशा सूचक यंत्र है। इसलिए चीन व रूस के नेताओं के बीच घनिष्ठ आदान-प्रदान पर हमेशा से ध्यान केंद्रित हुआ है। दोनों नेता एक दूसरे को अच्छा मित्र संबोधित करते हुए आपसी संबंधों का विवरण करते हैं। वर्ष 2013 के मार्च में शी चिनफिंग ने रूस की यात्रा की। इसकी चर्चा में उन्होंने कहा, रूस ऐसा पहला देश है, जिसकी मैंने राष्ट्रपति के रूप में यात्रा की है और पुतिन ऐसे पहले विदेशी राष्ट्रपति भी हैं, जिनसे मैं मिला हूं।
वर्ष 2018 मई में पुतिन ने सीएमजी के महानिदेशक शेन हाईश्योंग को विशेष इंटरव्यू देते समय कहा कि उनके प्रति शी चिनफिंग एक उचित सहयोग साझेदार के साथ एक विश्वसनीय अच्छे दोस्त भी हैं।
एक दशक में चीन-रूस संबंधों का हर विकास दोनों देशों के नेताओं द्वारा नेतृत्व से अलग नहीं है। वर्ष 2019 के जून में यानी दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ पर शी चिनफिंग ने फिर एक बार रूस की यात्रा की। दोनों नेताओं ने संयुक्त बयान पर हस्ताक्षर किए और चीन-रूस के बीच नए युग में व्यापक रणनीतिक सहयोग साझेदार संबंधों का विकास करने की घोषणा की। चीन-रूस संबंधों में ज्यादा उच्च स्तर और ज्यादा बड़े विकास वाला नया युग शुरू हुआ है।
(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
--आईएएनएस
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