भारत ने पहलगाम हमले को आर्थिक युद्ध बताया, आतंकवाद का सामना करने का लिया संकल्प

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पहलगाम आतंकी हमले को कश्मीर में पर्यटन को नष्ट करने के लिए एक आर्थिक युद्ध का हिस्सा बताया। उन्होंने कहा कि भारत पाकिस्तान से होने वाले आतंकवाद का जवाब देने में परमाणु ब्लैकमेल को स्वीकार नहीं करेगा। जयशंकर ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन की आवश्यकता पर जोर दिया और इसे कट्टरवाद से प्रेरित बताया। प्रदर्शनी के माध्यम से उन्होंने आतंकवाद की मानवीय कीमत को उजागर किया और कहा कि इसे किसी भी देश द्वारा प्रायोजित किया जाना चाहिए।
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भारत ने पहलगाम हमले को आर्थिक युद्ध बताया, आतंकवाद का सामना करने का लिया संकल्प

आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ता

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने हाल ही में कहा कि पहलगाम में हुआ आतंकी हमला कश्मीर में पर्यटन को नष्ट करने के लिए एक आर्थिक युद्ध का हिस्सा था। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत पाकिस्तान से होने वाले आतंकवाद का जवाब देने में परमाणु ब्लैकमेल को स्वीकार नहीं करेगा। जयशंकर ने सोमवार को मैनहट्टन में न्यूज़वीक के मुख्यालय में बातचीत के दौरान यह बात कही।


पहलगाम हमला: एक आर्थिक युद्ध

जयशंकर ने कहा कि पहलगाम का हमला "आर्थिक युद्ध का एक कृत्य था।" उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य कश्मीर में पर्यटन को नष्ट करना था, जो वहां की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसके साथ ही, यह धार्मिक हिंसा को भड़काने का प्रयास भी था। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों को दंड से मुक्त नहीं छोड़ा जा सकता।


कट्टरवाद का समर्थन और आतंकवाद की निंदा

जयशंकर ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा कि जब आतंकवाद को किसी देश द्वारा समर्थन मिलता है और यह कट्टरवाद से प्रेरित होता है, तो इसकी सार्वजनिक निंदा आवश्यक है। अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा के दौरान, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में 'आतंकवाद की मानवीय कीमत' प्रदर्शनी का उद्घाटन किया।


आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन की आवश्यकता

यह प्रदर्शनी पाकिस्तान द्वारा जुलाई में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता ग्रहण करने से पहले आयोजित की गई थी। जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद को उजागर करना और इसके द्वारा मचाई गई तबाही को दिखाना आवश्यक है। प्रदर्शनी में 1993 के मुंबई बम धमाके और 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले जैसे कई गंभीर आतंकवादी हमलों को दर्शाया गया है।


आतंकवाद की मानवीय कीमत

जयशंकर ने कहा कि प्रदर्शनी का उद्देश्य उन लोगों की आवाज उठाना है जो अब बोल नहीं सकते। उन्होंने कहा कि यह उन लोगों के लिए श्रद्धांजलि है जिनकी जिंदगी आतंकवाद के कारण तबाह हो गई। प्रदर्शनी में शामिल चित्र और दृश्य नष्ट हुई जिंदगी की कहानी बयां करते हैं।


आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता की आवश्यकता

उन्होंने कहा कि आतंकवाद मानवता के लिए एक गंभीर खतरा है और इसे किसी भी देश द्वारा प्रायोजित किया जाना चाहिए। जयशंकर ने पहलगाम हमले का जिक्र करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस कृत्य की कड़ी निंदा की थी और इसके दोषियों को न्याय के कठघरे में लाने की मांग की थी।