भारत की नई योजना: रेयर अर्थ तत्वों के लिए राष्ट्रीय भंडार की स्थापना

भारत सरकार ने रेयर अर्थ तत्वों के लिए एक नई योजना की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज भंडार स्थापित करना है। यह योजना चीन द्वारा निर्यात पर लगाए गए प्रतिबंधों के जवाब में आई है, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है। NCMS के तहत, सरकार निजी कंपनियों को भी शामिल करेगी, जिससे घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। जानें इस योजना के पीछे का उद्देश्य और भारत में रेयर अर्थ के भंडार के बारे में।
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भारत की नई योजना: रेयर अर्थ तत्वों के लिए राष्ट्रीय भंडार की स्थापना

रेयर अर्थ तत्वों की बढ़ती मांग

भारत की नई योजना: रेयर अर्थ तत्वों के लिए राष्ट्रीय भंडार की स्थापना

रेयर अर्थ एलिमेंट्स

दुनिया भर में रेयर अर्थ तत्वों की मांग तेजी से बढ़ रही है, विशेषकर इलेक्ट्रिक वाहनों, पवन टरबाइनों और उन्नत तकनीकी उपकरणों के निर्माण में। चीन की बढ़ती दखलंदाजी ने इन खनिजों की आपूर्ति को लेकर वैश्विक चिंताओं को जन्म दिया है। हाल ही में, चीन ने रेयर अर्थ मैग्नेट के निर्यात पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला को गंभीर नुकसान हुआ है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, भारत सरकार एक महत्वपूर्ण कदम उठाने की योजना बना रही है.


राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज भंडार (NCMS) की योजना

एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार ‘राष्ट्रीय महत्वपूर्ण खनिज भंडार’ (National Critical Mineral Stockpile - NCMS) नामक एक नई योजना शुरू करने जा रही है। इसका उद्देश्य देश में रेयर अर्थ तत्वों का सुरक्षित और पर्याप्त भंडारण सुनिश्चित करना है, ताकि भविष्य में किसी भी आपूर्ति संकट का सामना किया जा सके.

NCMS का उद्देश्य और कार्यप्रणाली

NCMS एक सरकारी कार्यक्रम होगा, जिसमें प्रारंभ में दो महीने के लिए रेयर अर्थ तत्वों का भंडार तैयार किया जाएगा। इसमें निजी कंपनियों की भागीदारी को भी प्रोत्साहित किया जाएगा, जिससे यह केवल सरकारी योजना नहीं रह जाएगी, बल्कि उद्योग जगत भी इसमें सक्रिय रूप से शामिल होगा.


रेयर अर्थ तत्वों का महत्व

रेयर अर्थ तत्वों में 17 विशेष तत्व शामिल हैं, जिनके अद्वितीय चुंबकीय और विद्युत गुण होते हैं। ये तत्व हाई-टेक उद्योग के लिए अत्यंत आवश्यक हैं, विशेषकर रेयर अर्थ मैग्नेट, जो इलेक्ट्रिक वाहनों, मोबाइल फोन, सैन्य उपकरणों और सौर पैनलों में उपयोग होते हैं। भारत में इन तत्वों के खनिज स्रोत मौजूद हैं, लेकिन इन्हें निकालने और शुद्ध करने की तकनीक अभी भी सीमित है, जिसके कारण भारत को अधिकांश आपूर्ति के लिए चीन पर निर्भर रहना पड़ता है.


घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने की पहल

इस नई योजना के साथ, सरकार घरेलू स्तर पर रेयर अर्थ मैग्नेट के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक प्रोत्साहन योजना पर भी काम कर रही है। इसके तहत, सरकार ने 7,300 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है, जिससे अगले पांच वर्षों में 6000 टन रेयर अर्थ मैग्नेट का घरेलू उत्पादन लक्ष्य रखा गया है। इसके अतिरिक्त, 500 करोड़ रुपये का अलग से प्रावधान किया गया है ताकि किसी भी प्रकार की आपूर्ति में बाधा से बचा जा सके और उद्योगों को आवश्यक खनिज समय पर उपलब्ध हो सकें.


भारत में रेयर अर्थ के भंडार

भारत में रेयर अर्थ एलिमेंट के महत्वपूर्ण खनिज स्रोत मौजूद हैं। अनुमान है कि देश में लगभग 72.3 लाख टन रेयर अर्थ ऑक्साइड और 131.5 लाख टन मोनाजाइट उपलब्ध है। ये खनिज मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, झारखंड, गुजरात और महाराष्ट्र में पाए जाते हैं.