भारत की डिजिटल प्रगति: प्रधानमंत्री मोदी का नवाचार पर जोर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में भारत की डिजिटल और तकनीकी प्रगति की सराहना की। उन्होंने बताया कि कैसे देश नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। मोदी ने यूपीआई लेनदेन में अभूतपूर्व वृद्धि और भारत की डिजिटल भुगतान क्रांति का उल्लेख किया। इसके अलावा, उन्होंने बताया कि भारत कैसे वैश्विक तकनीकी महाशक्ति बनने की दिशा में अग्रसर है। इस लेख में जानें कि भारत की डिजिटल यात्रा में युवाओं की भूमिका और यूपीआई की वैश्विक स्वीकार्यता कैसे बढ़ रही है।
Jun 12, 2025, 12:57 IST
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प्रधानमंत्री मोदी की डिजिटल प्रगति पर टिप्पणी
गुरुवार को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की तकनीकी और डिजिटल प्रगति की सराहना की। उन्होंने कहा कि देश नवाचार और प्रौद्योगिकी के उपयोग में महत्वपूर्ण प्रगति कर रहा है। पीएम मोदी ने यह भी बताया कि डिजिटल विकास, प्रौद्योगिकी क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत के प्रयासों को और मजबूत कर रहा है। उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर MyGovIndia द्वारा साझा किए गए एक पोस्ट को साझा किया, जिसमें बताया गया है कि भारत कैसे दुनिया का अगला तकनीकी महाशक्ति बन सकता है और पिछले 11 वर्षों में केंद्र सरकार ने इस दिशा में क्या कदम उठाए हैं।
युवाओं की भूमिका और यूपीआई की वृद्धि
प्रधानमंत्री ने कहा, "हम भारत के युवाओं की मदद से नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं। यह आत्मनिर्भरता और वैश्विक तकनीकी महाशक्ति बनने के हमारे प्रयासों को भी मजबूती प्रदान कर रहा है।" आंकड़ों के अनुसार, भारत ने यूपीआई लेनदेन में 2500 गुना वृद्धि देखी है, जो अप्रैल 2017 में 0.93 करोड़ से बढ़कर अप्रैल 2025 तक 1867.70 करोड़ हो जाएगा। भारत डिजिटल भुगतान क्रांति का नेतृत्व कर रहा है, जिसमें सालाना 18,600 करोड़ रुपये के लेनदेन के साथ 260 लाख करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन किया गया है।
यूपीआई की वैश्विक स्वीकार्यता
मोदी ने यह भी उल्लेख किया कि भारत के युवाओं की मदद से हम इनोवेशन और टेक्नोलॉजी के अनुप्रयोग में उल्लेखनीय प्रगति कर रहे हैं। यूपीआई की वैश्विक स्वीकार्यता भी बढ़ी है, और यह यूएई, सिंगापुर, नेपाल, फ्रांस, मॉरीशस, भूटान और श्रीलंका जैसे सात देशों में सक्रिय है। भारत 94 करोड़ से अधिक ब्रॉडबैंड कनेक्शन और 120 करोड़ से अधिक टेलीफोन सब्सक्राइबर के साथ दुनिया का सबसे सस्ता मोबाइल डेटा प्रदाता है। भारत नेट योजना के तहत, 2.18 लाख ग्राम पंचायतों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ा गया है और 6.92 लाख किलोमीटर फाइबर केबल बिछाई गई है।