भारत की आर्थिक वृद्धि पर जर्मनी में चर्चा: डॉ. अरविंद विरमानी का दृष्टिकोण

जर्मनी में आयोजित न्यूज9 ग्लोबल समिट में डॉ. अरविंद विरमानी ने भारत की आर्थिक वृद्धि और वैश्विक व्यापार पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे भारत ने ढांचागत सुधारों और वित्तीय अनुशासन के माध्यम से वैश्विक चुनौतियों का सामना किया है। इस दौरान, उन्होंने भारत के बढ़ते मध्य वर्ग और मर्सिडीज की बिक्री के आंकड़ों पर भी चर्चा की। जानें, डॉ. विरमानी ने भारत की ग्रोथ स्टोरी को कैसे प्रस्तुत किया।
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भारत की आर्थिक वृद्धि पर जर्मनी में चर्चा: डॉ. अरविंद विरमानी का दृष्टिकोण

भारत की ग्रोथ स्टोरी पर जर्मनी में चर्चा

भारत की आर्थिक वृद्धि पर जर्मनी में चर्चा: डॉ. अरविंद विरमानी का दृष्टिकोण

डॉ. अरविंद विरमानी

जर्मनी में भारत के प्रमुख समाचार नेटवर्क, टीवी9 नेटवर्क द्वारा आयोजित न्यूज9 ग्लोबल समिट का दूसरा संस्करण 9 और 10 अक्टूबर को स्टटगार्ट में हो रहा है। इस समिट में भारत और जर्मनी के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की जा रही है। नीति आयोग के सदस्य और प्रमुख अर्थशास्त्री डॉ. अरविंद विरमानी ने इस मंच पर भारत की बढ़ती ताकत के बारे में अपने विचार साझा किए। उन्होंने ‘TRADE, TARIFF, TUMULT: INDIA-EU FTA’ विषय पर अपने विचार व्यक्त किए।

टैक्स सुधारों का प्रभाव

डॉ. विरमानी ने अपने भाषण की शुरुआत उस संघर्ष से की, जो उन्होंने भारत में व्यापार को सरल बनाने के लिए किया। उन्होंने कहा, “मैंने अपनी जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा निजी कारोबार को सरकारी बाधाओं से मुक्त करने में लगाया।” उन्होंने बताया कि इनकम टैक्स और जीएसटी जैसे सुधार अब वास्तविकता बन चुके हैं, जो भारत की आर्थिक नींव को मजबूत कर रहे हैं।

भारत में मर्सिडीज की बिक्री

जब न्यूज9 के पत्रकार ने उनसे नवरात्रि के दौरान हर छह मिनट में एक मर्सिडीज कार की बिक्री के बारे में पूछा, तो उन्होंने इसे भारत और जर्मनी के व्यापार के लिए सकारात्मक संकेत बताया। उन्होंने कहा कि यह आंकड़ा भारत के बढ़ते मध्य वर्ग की आर्थिक स्थिति को दर्शाता है, जो अब अपनी इच्छाओं पर भी खर्च कर रहा है।

भारत की आर्थिक मजबूती का कारण

डॉ. विरमानी ने बताया कि भारत ने वैश्विक चुनौतियों के बीच ढांचागत सुधारों और वित्तीय अनुशासन को अपनाया है। उन्होंने कहा कि भारत और जर्मनी जैसे देशों की आर्थिक पूरकता वैश्विक स्थिरता में योगदान कर सकती है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि समन्वित नीतियां इस अनिश्चितता के दौर में आर्थिक मजबूती की कुंजी हैं।