भारत और पनामा के बीच नए संसदीय मित्रता समूह की स्थापना

भारत और पनामा के संबंधों में नई मजबूती

भारत और पनामा
भारत और पनामा ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए एक 20 सदस्यीय इंटर-पार्लियामेंटरी फ्रेंडशिप ग्रुप का गठन किया है। यह जानकारी बुधवार को पनामा में भारतीय दूतावास द्वारा साझा की गई। इस समूह के शपथ ग्रहण समारोह में भारतीय राजदूत डॉ. सुमित सेठ, पनामा की विदेश संबंध समिति की अध्यक्ष वल्किरिया चैंडलर, और भारत-पनामा संसदीय मित्रता समूह के अध्यक्ष जोर्गे ब्लोइस शामिल हुए। यह कार्यक्रम पनामा की नेशनल असेंबली में आयोजित किया गया।
दूतावास ने X (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि भारत और पनामा के बीच 20 सदस्यीय संसदीय मित्रता समूह का गठन एक नई शुरुआत है। पनामा की नेशनल असेंबली के 20 सदस्य अब इस नए समूह का हिस्सा बन गए हैं।
पनामा के राष्ट्रपति का बयान
सितंबर 2025 में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक के दौरान, पनामा के राष्ट्रपति जोसे राउल मुलिनो ने कहा था कि भारत और पनामा के संबंध बहुत अच्छे हैं और भारत उनके लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक साझेदार है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत उनके लिए एक महत्वपूर्ण देश है और दोनों देशों के बीच तकनीक, चिकित्सा, उत्पादन और निवेश के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की दिशा में काम किया जा रहा है।
🇮🇳 India Panamá 🇵🇦
🔹New Chapter: Establishment of 20 Member Inter-Parliamentary Friendship Group
🔹A new chapter in the bilateral relationship between India and Panama with 20 members from Panamanian National Assembly (Parliament) becoming part of the newly created pic.twitter.com/Q7oJcFuXnH
— India in Panama, Nicaragua, Costa Rica (@IndiainPanama) October 14, 2025
व्यापार में वृद्धि की संभावना
विदेश मंत्रालय ने पहले बताया था कि भारत और पनामा के संबंध मध्य अमेरिका के सबसे पुराने संबंधों में से एक हैं, जो 19वीं सदी के मध्य में शुरू हुए थे, जब भारतीय श्रमिक पनामा रेलवे और बाद में पनामा नहर के निर्माण के लिए वहां गए थे। आज, भारत और पनामा के बीच दोस्ताना और भरोसेमंद संबंध हैं, जो आपसी समझ, बढ़ते व्यापार और व्यापक सहयोग पर आधारित हैं.