भारत और अफगानिस्तान के बीच नए रिश्तों की शुरुआत: काबुल में तकनीकी मिशन को मिला दूतावास का दर्जा

भारत ने अफगानिस्तान के साथ अपने संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए काबुल में अपने तकनीकी मिशन को दूतावास का दर्जा दिया है। यह निर्णय अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी की हालिया भारत यात्रा के बाद लिया गया। इस कदम से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संवाद और सहयोग को और गहरा करने की दिशा में एक नई शुरुआत हुई है। जानें इस नई पहल के पीछे की वजह और इसके संभावित प्रभावों के बारे में।
 | 
भारत और अफगानिस्तान के बीच नए रिश्तों की शुरुआत: काबुल में तकनीकी मिशन को मिला दूतावास का दर्जा

भारत और अफगानिस्तान के रिश्तों में नया मोड़

भारत और अफगानिस्तान के बीच नए रिश्तों की शुरुआत: काबुल में तकनीकी मिशन को मिला दूतावास का दर्जा

मीर खान मुत्ताकी और एस जयशंकर

भारत ने अफगानिस्तान के साथ अपने संबंधों में एक नई शुरुआत की है। हाल ही में अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने भारत का दौरा किया, जिसके बाद भारत ने काबुल में अपने तकनीकी मिशन को दूतावास का दर्जा देने का निर्णय लिया। 21 अक्टूबर को, भारत ने काबुल में अपने तकनीकी मिशन को फिर से भारतीय दूतावास के रूप में मान्यता दी है।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, 'अफगान विदेश मंत्री की भारत यात्रा के दौरान लिए गए निर्णय के अनुसार, भारत सरकार ने काबुल में अपने तकनीकी मिशन का दर्जा पुनः भारतीय दूतावास के रूप में बहाल करने का निर्णय लिया है।' यह कदम भारत की इस प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि वह अफगान पक्ष के साथ द्विपक्षीय संवाद और सहयोग को और गहरा करना चाहता है।

रिश्तों को मजबूत बनाने की दिशा में कदम

विदेश मंत्रालय ने बताया कि काबुल में भारतीय दूतावास अफगान समाज की प्राथमिकताओं और आकांक्षाओं को ध्यान में रखते हुए, अफगानिस्तान के विकास, मानवीय सहायता और क्षमता निर्माण में भारत के योगदान को बढ़ाएगा। इससे दोनों देशों के बीच संबंध और मजबूत होंगे।

एस. जयशंकर की महत्वपूर्ण घोषणा

यह घोषणा उस समय की गई जब विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अफगान समकक्ष अमीर खान मुत्ताकी से मुलाकात की थी। जयशंकर ने कहा था कि भारत अफगानिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, 'हमारा सहयोग काबुल के विकास और क्षेत्रीय स्थिरता में योगदान देता है।' उन्होंने काबुल में तकनीकी मिशन को दूतावास के स्तर पर उन्नत करने की घोषणा की।

अफगान विदेश मंत्री की भारत यात्रा

इस महीने, अफगान विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी ने भारत की 6 दिवसीय यात्रा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान अपनी भूमि का उपयोग भारत के किसी भी गतिविधि के लिए नहीं होने देगा। उन्होंने यह भी कहा कि काबुल जल्द ही भारत में अपने राजनयिक भेजेगा ताकि द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाया जा सके।