प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ और भूस्खलन से हुई तबाही पर जताया दुख

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में हुई तबाही पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने इस प्राकृतिक आपदा के दौरान जान-माल के नुकसान पर संवेदनाएं जताई और बचाव कार्य में लगे सुरक्षा बलों की सराहना की। मोदी ने कहा कि इस मानसून में प्राकृतिक आपदाएं देश की परीक्षा ले रही हैं, जिससे हर भारतीय दुखी है। उन्होंने स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रयासों की भी प्रशंसा की। जानें इस विषय पर और क्या कहा प्रधानमंत्री ने।
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प्रधानमंत्री मोदी ने बाढ़ और भूस्खलन से हुई तबाही पर जताया दुख

प्राकृतिक आपदाओं का सामना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लगातार बारिश के कारण बाढ़ और भूस्खलन से हुई तबाही पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने इस प्राकृतिक आपदा के दौरान जान-माल के नुकसान पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त की।


आपदा के दौरान स्थिति

मोदी ने कहा, "इस मानसून में प्राकृतिक आपदाएं देश की परीक्षा ले रही हैं। पिछले कुछ हफ्तों में बाढ़ और भूस्खलन ने भारी तबाही मचाई है। घर बर्बाद हो गए, खेत जलमग्न हो गए, और पूरे परिवार तबाह हो गए। पानी की बाढ़ ने पुलों और सड़कों को swept away कर दिया, जिससे लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई। ये घटनाएं हर भारतीय को दुखी कर देती हैं। जिन परिवारों ने अपने प्रियजनों को खोया है, उनका दुख हम सभी साझा करते हैं।"


सुरक्षा बलों की सराहना

प्रधानमंत्री ने NDRF, SDRF और सुरक्षा बलों की सराहना की, जिन्होंने भूस्खलन और बादल फटने के दौरान बचाव कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने संकट के समय में स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं के प्रयासों की भी प्रशंसा की।


प्रौद्योगिकी का उपयोग

मोदी ने कहा, "जहां भी संकट आया, हमारे NDRF-SDRF कर्मियों और अन्य सुरक्षा बलों ने दिन-रात लोगों को बचाने के लिए काम किया। सैनिकों ने प्रौद्योगिकी की मदद भी ली। राहत कार्य को तेज करने के लिए प्रयास किए गए।"


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