नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की प्रगति की समीक्षा करते महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अदानी समूह के जीट अदानी ने आज नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (NMIA) का दौरा किया। इस दौरान, उन्होंने निर्माण कार्य की प्रगति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और विभिन्न कार्यों की विस्तृत समीक्षा की।
हवाई अड्डे की प्रगति
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "हम आज D.B.Patil नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की प्रगति की समीक्षा करने आए हैं। 94% कार्य पूरा हो चुका है। यह देश का सबसे आधुनिक हवाई अड्डा होगा।"
नवी मुंबई हवाई अड्डे का महत्व
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का दौरा किया और चल रहे कार्य की प्रगति की समीक्षा के लिए वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
— मीडिया चैनल (@MediaChannel) 12 जुलाई 2025
सीएम ने कहा, "हम D.B.Patil की प्रगति की समीक्षा करने आए हैं… pic.twitter.com/p8JnnbHKok
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि नवी मुंबई हवाई अड्डा देश का प्रमुख अंतरराष्ट्रीय हवाई यातायात केंद्र बनने जा रहा है। अत्याधुनिक सुविधाओं और विश्वस्तरीय यात्री अनुभव के साथ, यह हवाई अड्डा भारत के वैश्विक विमानन नेटवर्क को मजबूत करेगा।
प्रोजेक्ट की संरचना
यह परियोजना कई चरणों में विकसित की जा रही है। प्रारंभिक चरण में, NMIA हर साल 20 मिलियन यात्रियों और 0.5 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) कार्गो को संभालने में सक्षम होगा। जब परियोजना पूरी होगी, तो इसकी क्षमता 90 मिलियन यात्रियों और 3.2 MMT कार्गो तक पहुंच जाएगी।
आधुनिक रनवे और तकनीक
हवाई अड्डे पर 3,700 मीटर लंबा रनवे बनाया जा रहा है, जो बड़े विमानों के उतरने और उड़ान भरने के लिए पूरी तरह सक्षम होगा। रनवे निर्माण में नवीनतम तकनीक और सुरक्षा मानकों का ध्यान रखा जा रहा है।
अदानी समूह की भूमिका
यह परियोजना अदानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) द्वारा विकसित की जा रही है, जो अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। 2019 में स्थापित, यह कंपनी देश के कई प्रमुख हवाई अड्डों के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
एक बार हवाई अड्डा चालू होने पर, मुंबई क्षेत्र की विमानन क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सेवाएं मिलेंगी और उद्योग को नया प्रोत्साहन मिलेगा।