नवरात्रि पूजा थाली की तैयारी: आवश्यक सामग्री और महत्व

नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा की पूजा के लिए थाली में कौन-कौन सी सामग्री होनी चाहिए, यह जानना आवश्यक है। इस लेख में पूजा थाली की तैयारी के लिए आवश्यक वस्तुओं का विवरण दिया गया है, जैसे चावल, रोली, नारियल, और अन्य सामग्री। इसके साथ ही, हर सामग्री का आध्यात्मिक महत्व भी बताया गया है। जानें कि कैसे एक सही पूजा थाली तैयार करने से देवी दुर्गा की कृपा प्राप्त की जा सकती है।
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नवरात्रि पूजा थाली की तैयारी: आवश्यक सामग्री और महत्व

नवरात्रि पूजा थाली की तैयारी


नवरात्रि पूजा थाली की तैयारी: नवरात्रि के दौरान, लोग देवी दुर्गा की पूजा करते हैं। यह पूजा नौ दिनों तक निरंतर होती है, लेकिन महा अष्टमी पर विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। देवी दुर्गा की पूजा के लिए थाली में कई सामग्री होनी चाहिए। ज्योतिषी पंडित शत्रुघ्न झा ने बताया कि पूजा थाली में सबसे पहले अक्षत (चावल), रोली (लाल चावल), हल्दी, कुमकुम (सिंदूर), और अबीर-गुलाल (सफेद रंग का पाउडर) होना चाहिए।


नवरात्रि पूजा थाली की तैयारी: आवश्यक सामग्री और महत्व

इसके अलावा, थाली में फूल, लौंग, इलायची, सुपारी, पान के पत्ते और नैवेद्य (अर्पण) भी होना चाहिए। एक दीपक और घी का बर्तन आवश्यक है, क्योंकि दीपक जलाना पूजा की शुरुआत है। पंडित झा के अनुसार, थाली को साफ और सुगंधित रखना चाहिए, और इसे लाल या पीले कपड़े से सजाना शुभ माना जाता है।


ये सामग्री अनिवार्य हैं।
पंडित शत्रुघ्न झा ने बताया कि नारियल, सिंदूर, फल, और मिठाइयाँ भी दुर्गा पूजा थाली में अनिवार्य हैं। विशेष रूप से नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान, मौसमी फल और सूखे मेवे थाली में रखना शुभ माना जाता है। इसके अलावा, अगरबत्ती और कपूर भी थाली में रखना चाहिए, क्योंकि इनके बिना पूजा अधूरी मानी जाती है।


थाली में एक छोटी कटोरी गंगा जल रखी जानी चाहिए, और पूजा शुरू करने से पहले थाली को देवी दुर्गा के सामने रखा जाना चाहिए और मंत्रों का जाप किया जाना चाहिए। थाली में देवी की मूर्ति या कलश पर चंदन या अगरबत्ती का तिलक लगाने के लिए भी स्थान होना चाहिए।


पूजा थाली का विशेष महत्व
ज्योतिषी ने कहा कि पूजा थाली में हर सामग्री का अपना आध्यात्मिक महत्व है। उदाहरण के लिए, चावल की दाने ईमानदारी और भक्ति का प्रतीक होते हैं, रोली और कुमकुम शुभता का संकेत देते हैं, जबकि दीपक ऊर्जा और प्रकाश का प्रतीक है। नारियल को पूर्णता का प्रतीक माना जाता है, और देवी को फल और मिठाइयाँ अर्पित की जाती हैं।


अगरबत्तियाँ और धूप वातावरण को शुद्ध करती हैं और भक्त को ध्यान केंद्रित करने में मदद करती हैं। यदि पूजा थाली श्रद्धा, भक्ति, और पवित्रता के साथ तैयार की जाती है, तो माँ दुर्गा जल्दी प्रसन्न होती हैं और भक्त को सुख, शांति, और समृद्धि का आशीर्वाद देती हैं।


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