तुर्किए में जंगलों की आग से निपटने के लिए नई रणनीतियाँ

जलवायु परिवर्तन का प्रभाव
जलवायु परिवर्तन और बढ़ती गर्मी के कारण इस वर्ष तुर्किए में जंगलों में आग लगने का खतरा काफी बढ़ गया है। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रपति रेसेप तैय्यप एर्दोआन ने अंकारा के एतिमेसगुट एयरपोर्ट पर आयोजित ग्रीन होमलैंड हीरोज ऑन ड्यूटी कार्यक्रम में देशवासियों को चेतावनी दी और नई अग्निशामक व्यवस्थाओं की घोषणा की।
सतर्कता की आवश्यकता
एर्दोआन ने कहा कि तापमान में वृद्धि, नमी में कमी और तेज हवाओं के चलते जंगलों के निकट खेतों में आग जलाना बेहद खतरनाक हो सकता है। उन्होंने इसे केवल लापरवाही नहीं, बल्कि देश के प्रति गद्दारी भी बताया। उन्होंने सभी नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की।
नई अग्निशामक तकनीक
इस अवसर पर, तुर्किए के पास मौजूद नई अग्निशामक हवाई गाड़ियों को उनके ठिकानों पर भेजा गया। 2002 में एक भी पानी गिराने वाला विमान नहीं था, जबकि अब तुर्किए के पास 27 फायरफाइटिंग एयरक्राफ्ट, 105 हेलिकॉप्टर और 14 ड्रोन उपलब्ध हैं। इसके अलावा, 184 AI-सक्षम टावर भी कार्यरत हैं।
जंगलों का विस्तार और खतरे
एर्दोआन ने बताया कि पिछले एक दशक में जंगल की आग से प्रभावित क्षेत्र दोगुना हो गया है। 2024 पिछले 145 वर्षों का सबसे गर्म वर्ष रहा। 2002 में तुर्किए के पास 20.8 मिलियन हेक्टेयर जंगल था, जो अब बढ़कर 23.4 मिलियन हेक्टेयर हो गया है। भविष्य के लिए 7.5 अरब पौधे लगाने की योजना बनाई गई है।
आर्थिक सहायता और ग्रामीण विकास
सरकार जंगलों के आसपास रहने वाले 12,000 परिवारों को 2025 तक 2.6 अरब लीरा की सहायता प्रदान करेगी। अखरोट, बादाम और लैवेंडर जैसे पेड़ों से ग्रामीणों की आय में वृद्धि हो रही है। एर्दोआन ने जंगलों की आग के बाद सोशल मीडिया पर फैलाए जा रहे झूठे आरोपों और फेक फोटो पर भी नाराजगी व्यक्त की, यह कहते हुए कि यह उन अग्निशामकों का अपमान है जो अपनी जान जोखिम में डालते हैं।