तारिक रहमान की बांग्लादेश में वापसी: राजनीति में नया मोड़
तारिक रहमान, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के नेता, 17 साल बाद अपने देश लौट आए हैं। उनके स्वागत में हजारों समर्थक मौजूद थे। रहमान की वापसी उस समय हुई है जब बांग्लादेश में एक अंतरिम सरकार कार्यरत है। उनकी मां, पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया, गंभीर रूप से बीमार हैं, और रहमान को भविष्य के प्रधानमंत्री के रूप में देखा जा रहा है। उनकी वापसी ने बांग्लादेश की राजनीति में नई ऊर्जा और बहस को जन्म दिया है। जानें उनके राजनीतिक सफर और भविष्य की योजनाओं के बारे में।
| Dec 25, 2025, 22:24 IST
तारिक रहमान की स्वदेश वापसी
गुरुवार को बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी के प्रमुख तारिक रहमान ने 17 साल बाद अपने देश की धरती पर कदम रखा। ढाका के हज़रत शाहजलाल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उनके स्वागत के लिए हजारों समर्थक मौजूद थे। भारी सुरक्षा के बीच, वे अपनी पत्नी जुबैदा और बेटी जैमा के साथ विमान से उतरे और नंगे पांव ज़मीन पर कदम रखा।
राजनीतिक पृष्ठभूमि
तारिक रहमान को बांग्लादेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण लेकिन विवादास्पद व्यक्ति माना जाता है। वे पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के पुत्र और दिवंगत राष्ट्रपति जियाउर रहमान के बेटे हैं। लंबे समय तक लंदन में निर्वासन में रहने के बाद, वे 2018 से बीएनपी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में पार्टी का नेतृत्व कर रहे थे।
वापसी का समय
उनकी वापसी उस समय हुई है जब देश में एक अंतरिम सरकार कार्यरत है। अगस्त 2024 में छात्र आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता छोड़नी पड़ी थी, जिसके बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का गठन हुआ। इस सरकार ने फरवरी 2026 में आम चुनाव कराने की योजना बनाई है।
खालिदा जिया की स्थिति
तारिक रहमान की मां, पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया, इस समय गंभीर रूप से बीमार हैं और नवंबर से अस्पताल में भर्ती हैं। ऐसे में पार्टी और समर्थकों की नजरें अब रहमान पर टिकी हैं, जिन्हें भविष्य के प्रधानमंत्री के रूप में देखा जा रहा है।
विवादों का सामना
राजनीतिक दृष्टि से, रहमान का सफर विवादों से भरा रहा है। 2007 में सैन्य समर्थित सरकार के दौरान उन्हें गिरफ्तार किया गया था और बाद में इलाज के बहाने ब्रिटेन चले गए थे। उन पर भ्रष्टाचार, हिंसा और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप लगे, जिन्हें वे और उनकी पार्टी राजनीतिक साजिश मानते हैं। कुछ मामलों में उन्हें सजा भी हुई थी, लेकिन 2024 में सत्ता परिवर्तन के बाद कई मामलों पर रोक लगा दी गई।
भविष्य की योजनाएं
अपने संबोधन में, तारिक रहमान ने कहा कि जैसे 1971 में देश को आज़ादी मिली थी, वैसे ही 2024 में जनता ने फिर से लोकतंत्र की रक्षा की है। उन्होंने एक सुरक्षित, समावेशी और न्यायपूर्ण बांग्लादेश बनाने की इच्छा व्यक्त की, जहां हर नागरिक बिना डर के जी सके।
राजनीति में नई ऊर्जा
उनकी वापसी ने बांग्लादेश की राजनीति में नई ऊर्जा और बहस को जन्म दिया है, और यह आगामी चुनावों से पहले देश की दिशा तय करने में एक महत्वपूर्ण मोड़ माना जा रहा है।
