डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच बढ़ती दूरियों के प्रभाव

ट्रंप और मस्क के बीच बढ़ती दूरियाँ
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और टेक्नोलॉजी के दिग्गज एलन मस्क के बीच बढ़ती दूरियाँ एक महत्वपूर्ण विषय बन गई हैं, जो न केवल अमेरिका बल्कि वैश्विक राजनीति पर भी असर डाल सकती हैं। ट्रंप को अक्सर दुनिया के थानेदार के रूप में देखा जाता है, और उनके और मस्क के बीच संबंधों में दरारें स्पष्ट हो रही हैं।
इनकी दोस्ती में दरारें भारतीय कहावतों की याद दिलाती हैं, जिसमें नेताओं के साथ संबंधों को क्षणिक समझा जाता है। जब कोई व्यक्ति किसी नेता के लिए उपयोगी नहीं रहता, तो नेता भी उससे मुंह मोड़ लेते हैं। ऐसा ही कुछ मस्क के साथ भी हुआ होगा।
राजनीतिक और प्रशासनिक मामलों के जानकार बताते हैं कि मस्क का ट्रंप प्रशासन से बाहर निकलना दरअसल ट्रंप के बजट से असंतोष जताने के बाद हुआ। मस्क ने हाल ही में ट्रंप के खर्च कटौती विभाग से अलग होने की घोषणा की।
मस्क ने 29 मई 2025 को एक्स पर लिखा, "मैं राष्ट्रपति ट्रंप को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मुझे फालतू खर्च को कम करने का मौका दिया।" उन्हें 'स्पेशल गवर्नमेंट एम्प्लाई' का दर्जा मिला था, जिसके तहत उन्हें संघीय नौकरी में रहने की अनुमति थी।
हालांकि, मस्क की आलोचना ने उनके और ट्रंप के बीच दूरियों को बढ़ा दिया। मस्क ने ट्रंप के बजट बिल की आलोचना की, जिसे ट्रंप ने 'बड़ा और सुंदर' बताया था।
मस्क की आलोचना के बाद, ट्रंप प्रशासन में उनके प्रभाव को कम करने के प्रयास किए गए। मस्क ने कई बार विवादों में भी भाग लिया, जिससे ट्रंप की छवि पर असर पड़ा।
मस्क ने ट्रंप के सीनियर ट्रेड एडवाइजर पर भी टिप्पणी की, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ट्रंप प्रशासन के भीतर मतभेद गहरे हैं।
मस्क का इस्तीफा एक महत्वपूर्ण राजनीतिक घटना है, जो ट्रंप प्रशासन और निजी क्षेत्र के बीच सामंजस्य की चुनौतियों को उजागर करता है।
इस घटना का अमेरिका और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापक असर हो सकता है। मस्क का ट्रंप प्रशासन से इस्तीफा एक संकेत है कि अमेरिका की आर्थिक नीतियों में स्थिरता नहीं है।
भविष्य में, यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप और मस्क के बीच संबंध कैसे विकसित होते हैं।