जयशंकर की चीन यात्रा: द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की उम्मीद
विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर ने अपनी पहली चीन यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों में सुधार की उम्मीद जताई और चीन की एससीओ अध्यक्षता के लिए भारत का समर्थन व्यक्त किया। इस यात्रा का महत्व जून 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से बढ़ गया है। जयशंकर ने कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली को भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया।
Jul 14, 2025, 10:52 IST
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विदेश मंत्री की चीन यात्रा
विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर अपनी पहली चीन यात्रा पर हैं, जो पिछले पांच वर्षों में हो रही है। सोमवार को, उन्होंने चीनी उपराष्ट्रपति हान झेंग से मुलाकात की और आशा व्यक्त की कि दोनों देशों के बीच हाल में हुए सुधारों को बनाए रखा जाएगा। जयशंकर ने X पर साझा किया, "बीजिंग पहुंचने के तुरंत बाद उपराष्ट्रपति हान झेंग से मिलकर खुशी हुई। भारत ने चीन की एससीओ अध्यक्षता के लिए समर्थन व्यक्त किया। हमारे द्विपक्षीय संबंधों में सुधार पर ध्यान केंद्रित किया गया। मुझे विश्वास है कि मेरी यात्रा के दौरान हुई चर्चाएँ इस सकारात्मक दिशा को बनाए रखेंगी।"
भारत का समर्थन और संबंधों में सुधार
हान झेंग के साथ बैठक में, जयशंकर ने चीन की शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) अध्यक्षता के लिए भारत का समर्थन व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच कज़ान में हुई बैठक के बाद से दोनों देशों के संबंधों में सुधार हो रहा है।
कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली
भारत-चीन राजनयिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ पर, जयशंकर ने कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली को एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया, जो कोविड-19 महामारी और सीमा पर तनाव के कारण पिछले पांच वर्षों से स्थगित थी।
वैश्विक संदर्भ और विचारों का आदान-प्रदान
जयशंकर ने वर्तमान वैश्विक स्थिति पर टिप्पणी करते हुए कहा, "आज हम जिस अंतर्राष्ट्रीय स्थिति का सामना कर रहे हैं, वह बहुत जटिल है। पड़ोसी देशों और प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के रूप में, भारत और चीन के बीच विचारों का खुला आदान-प्रदान अत्यंत महत्वपूर्ण है।"
पहली यात्रा के बाद का महत्व
यह यात्रा जून 2020 में गलवान घाटी में हुई झड़प के बाद से जयशंकर की पहली चीन यात्रा है, जिसने द्विपक्षीय संबंधों को तनावपूर्ण बना दिया था। हालांकि, उन्होंने तब से अपने चीनी समकक्ष के साथ बहुपक्षीय मंचों पर बातचीत की है, लेकिन यह यात्रा सीमा संबंधी चिंताओं के बीच उच्च-स्तरीय राजनयिक जुड़ाव का एक महत्वपूर्ण कदम है।
सोशल मीडिया पर साझा की गई जानकारी
Pleased to meet Vice President Han Zheng soon after my arrival in Beijing today.
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) July 14, 2025
Conveyed India’s support for China’s SCO Presidency.
Noted the improvement in our bilateral ties. And expressed confidence that discussions during my visit will maintain that positive trajectory. pic.twitter.com/F8hXRHVyOE