जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से स्कूल बंद, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश ने भूस्खलन और बाढ़ का कारण बना दिया है, जिससे प्रशासन ने सभी स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। IMD ने क्षेत्र के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसमें गरज और तेज़ हवाओं की संभावना जताई गई है। मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया और पुनर्स्थापन कार्य की जानकारी दी। भारतीय सेना और अन्य बचाव दल भी राहत कार्य में जुटे हैं। जानें इस स्थिति के बारे में और अधिक जानकारी।
 | 
जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश से स्कूल बंद, मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट

जम्मू-कश्मीर में बारिश का कहर

जम्मू और कश्मीर में लगातार हो रही भारी बारिश ने भूस्खलन को जन्म दिया है और क्षेत्र में व्यापक नुकसान पहुंचाया है। प्रशासन ने मानव जीवन की हानि को रोकने के लिए त्वरित कदम उठाए हैं। इस संदर्भ में, जम्मू शिक्षा निदेशालय (DSEJ) ने रविवार को घोषणा की कि जम्मू डिवीजन में सभी सरकारी और निजी स्कूल सोमवार, 1 सितंबर तक बंद रहेंगे।


मौसम की चेतावनी

यह निर्णय भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी मौसम चेतावनियों के मद्देनजर लिया गया है। IMD ने रविवार, 31 अगस्त को जम्मू के लिए मध्यम से भारी बारिश के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।


जम्मू के लिए मौसम पूर्वानुमान

सोमवार, 1 सितंबर के लिए भी ऑरेंज अलर्ट जारी रहेगा। जम्मू में गरज के साथ बारिश और तेज़ हवाएं (30-40 किमी/घंटा) आने की संभावना है। इसके अलावा, IMD ने 2 सितंबर तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जिसके बाद 3 सितंबर के लिए पीला अलर्ट रहेगा। इस दौरान जम्मू में भारी बारिश, गरज, बिजली और तेज़ हवाओं का सामना करना पड़ सकता है।


मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला का दौरा

इससे पहले, जम्मू और कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने रामबन जिले का दौरा किया, जो बादल फटने से प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्स्थापन कार्य लगभग 20 से 25 दिन में पूरा होने की उम्मीद है और दोतरफा यातायात के लिए वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध हैं। उन्होंने रामबन जिले के मारोग गांव का दौरा किया, जो हाल की बादल फटने और बाढ़ से बुरी तरह प्रभावित हुआ है।


सेना और बचाव कार्य

इस बीच, भारतीय सेना ने जम्मू और कश्मीर पुलिस, CRPF, UTDRF और अन्य बचाव टीमों के साथ मिलकर राजगढ़ तहसील में बादल फटने के बाद बचाव कार्य शुरू किया। अधिकारियों के अनुसार, बादल फटने के कारण आई बाढ़ ने कई स्थानों को प्रभावित किया है और अब तक चार शव बरामद किए गए हैं।