जम्मू-कश्मीर में बाढ़ के कारण स्कूलों की छुट्टियाँ बढ़ाई गईं

जम्मू और कश्मीर में बाढ़ की स्थिति
झेलम नदी का जलस्तर जम्मू और कश्मीर में घटता हुआ दिखाई दे रहा है, और यह वर्तमान में खतरे के निशान से नीचे बह रही है। फिर भी, एहतियात के तौर पर कश्मीर क्षेत्र में सभी स्कूल और कॉलेज शनिवार, 6 सितंबर तक बंद रहेंगे। हाल के दिनों में लगातार बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन और बाढ़ आई है, जिससे कई घरों को नुकसान पहुंचा है और श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग सहित कई प्रमुख सड़कें बंद हो गई हैं।
स्कूलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश
कश्मीर स्कूल शिक्षा निदेशालय ने एक आधिकारिक आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि हाल के खराब मौसम और बाढ़ के कारण कई स्कूल भवन जलमग्न हो गए हैं। इस स्थिति को देखते हुए, कक्षाएं फिर से शुरू करने से पहले स्कूल परिसर की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है। इस आदेश के अनुसार, कश्मीर क्षेत्र के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में कक्षाएं सोमवार, 08-09-2025 से प्रारंभ होंगी।
स्वच्छता और सुरक्षा पर जोर
स्कूल शिक्षा निदेशालय ने यह भी निर्देश दिया है कि सभी संस्थानों के प्रमुखों और कर्मचारियों को कक्षाओं और स्कूल परिसर की सफाई और स्वच्छता सुनिश्चित करनी होगी, ताकि कक्षाएं सुरक्षित और परेशानी मुक्त वातावरण में संचालित हो सकें। हाल की मूसलधार बारिश ने उत्तरी राज्यों को भी प्रभावित किया है। हिमाचल प्रदेश में मानसून के दौरान प्राकृतिक आपदाएँ आई हैं, और यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली भी प्रभावित हुई है।
हिमाचल प्रदेश में भूस्खलन की घटनाएँ
अधिकारियों के अनुसार, बृहस्पतिवार को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में भूस्खलन के कारण दो मकान ढह गए, जिसमें एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई और छह लोग मलबे में दब गए। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने मलबे में से एक महिला समेत तीन लोगों को सुरक्षित निकाला और एक शव बरामद किया। कुल्लू के उपायुक्त ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से जारी बारिश के कारण कई स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएँ हुई हैं।