चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि: जानें इसके पीछे के कारण
चांदी की कीमतों में तेजी का दौर
इन दिनों चांदी की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जा रही है। मंगलवार को जब देश का वायदा बाजार बंद हुआ, तब चांदी के दाम 2.07 लाख रुपए के पार पहुंच गए। इस दौरान चांदी ने एक नया रिकॉर्ड भी स्थापित किया। चांदी की कीमतों में यह वृद्धि कई कारणों से हो रही है, जिनमें प्रमुख है इसकी औद्योगिक और निवेश संबंधी मांग में बढ़ोतरी।
आपूर्ति में कमी और मुद्रा का प्रभाव
सप्लाई और उत्पादन में कमी भी चांदी की कीमतों को वैश्विक स्तर पर बढ़ा रही है। भारत की मुद्रा में गिरावट का भी इस पर असर पड़ रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका के जॉब डेटा के अनुसार, फेडरल रिजर्व आने वाले समय में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है, जिससे चांदी की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है।
चांदी का प्रदर्शन सोने से बेहतर
हाल ही में, चांदी ने कीमती धातुओं के क्षेत्र में सोने को पीछे छोड़ दिया है। कॉमेक्स वायदा भाव पहली बार 66 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंच गया है। मार्केट एक्सपर्ट अजय बग्गा ने इसे सोने की तुलना में अधिक तेज़ प्रदर्शन बताया है।
इंडस्ट्रीयल और निवेश मांग में वृद्धि
बग्गा के अनुसार, इंडस्ट्रीयल जरूरतों और निवेश प्रवाह में वृद्धि चांदी की कीमतों को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। कोटक सिक्योरिटीज के एवीपी कायनात चैनवाला ने कहा कि चांदी की तेजी का कारण कम फिजिकल सप्लाई और बढ़ती सुरक्षित निवेश की मांग है।
चांदी ने कच्चे तेल को पीछे छोड़ा
चांदी की कीमतों ने कच्चे तेल की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। 65 डॉलर का आंकड़ा पार करना चांदी के लिए एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है। विश्लेषक आमिर मकदा ने कहा कि अमेरिका में बढ़ती बेरोजगारी दर चांदी की मांग को और बढ़ा सकती है।
सप्लाई में कमी और करेंसी का प्रभाव
चांदी की सप्लाई में लगातार कमी बनी हुई है। डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरावट ने स्थिति को और बिगाड़ दिया है। इस साल में डॉलर के मुकाबले रुपए में लगभग 6 फीसदी की गिरावट आई है।
रिकॉर्ड स्तर पर चांदी के दाम
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर चांदी की कीमतें मंगलवार को रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गईं। चांदी की कीमतें 2,07,833 रुपए के साथ लाइफ टाइम हाई पर पहुंची। हालांकि, गुरुवार को सुबह चांदी के दाम में मामूली गिरावट आई है।
