गडचिरोली में ग्रीन स्टील हब का ऐलान: 3 लाख करोड़ का निवेश और 1 लाख नौकरियां

गडचिरोली में विकास की नई लहर

गडचिरोली में बहेगी विकास की गंगा
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण घोषणा की, जो नक्सल प्रभावित गडचिरोली जिले की स्थिति को बदलने की क्षमता रखती है। उन्होंने जिले को भारत का पहला 'ग्रीन स्टील हब' बनाने के लिए ₹3 लाख करोड़ के विशाल निवेश की योजना का ऐलान किया। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय युवाओं के लिए एक लाख रोजगार सृजित करना और पर्यावरण की सुरक्षा के लिए 5 करोड़ पेड़ लगाने का अभियान चलाना है। यह घोषणा उस समय की गई जब 62 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जो विकास की दिशा में एक सकारात्मक संकेत है।
निवेश का लाभ और युवाओं के लिए अवसर
फडणवीस ने गडचिरोली में एक कार्यक्रम में कहा कि उनकी सरकार विकास के नाम पर पर्यावरण को नुकसान नहीं पहुंचाएगी। उन्होंने कहा, "हम गडचिरोली की प्राकृतिक सुंदरता को बनाए रखना चाहते हैं।" उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उनका सपना गडचिरोली को 'प्रदूषण मुक्त स्टील सिटी' बनाना है। इस निवेश का सीधा लाभ स्थानीय युवाओं को मिलेगा, और उन्होंने निवेशकों से कहा कि वे 95% स्थानीय युवाओं को नौकरी दें।
पर्यावरण की सुरक्षा का वादा
गडचिरोली जैसे वन क्षेत्र में विकास और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाना चुनौतीपूर्ण होता है। मुख्यमंत्री ने बताया कि 5 करोड़ पेड़ लगाने की योजना कलेक्टर की निगरानी में लागू की जाएगी। इस साल अब तक 40 लाख पेड़ लगाए जा चुके हैं, और अगले साल तक यह संख्या एक करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है।
नक्सलियों का आत्मसमर्पण और विकास की दिशा
विकास की इस घोषणा के साथ ही 62 नक्सलियों का आत्मसमर्पण भी हुआ, जो क्षेत्र में बदलाव का संकेत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने की योजना बनाई जा रही है।
गडचिरोली: अवसरों का नया केंद्र
फडणवीस ने बताया कि गडचिरोली में पहले अधिकारी तैनाती से डरते थे, लेकिन अब वे यहां आना चाहते हैं। स्टील प्लांट, अस्पताल, और स्कूल जैसी परियोजनाएं चल रही हैं, जिससे यह क्षेत्र अब अवसरों का केंद्र बन रहा है।