कर्नाटका में नितिन गडकरी ने 472 करोड़ रुपये की शारावती ब्रिज का उद्घाटन किया

महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के परियोजनाओं का उद्घाटन
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कर्नाटका में कई महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे के परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इनमें शारावती जलाशय पर बना कलासावली-आमबरागोंड्लु पुल शामिल है, जो अब कर्नाटका का सबसे लंबा और भारत का दूसरा सबसे लंबा केबल-स्टे पुल बन गया है।
पुल की विशेषताएँ
यह पुल छह किलोमीटर लंबा है और इसकी लागत 472 करोड़ रुपये आई है। यह सागर और होसनागर तालुकों के ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और सिगंदूर चौदेस्वरी और कोल्लूर मूकाम्बिका जैसे धार्मिक स्थलों तक पहुंच को आसान बनाएगा।
भारत के दूसरे सबसे लंबे केबल-स्टे पुल—कर्नाटका में 6-किमी लंबे शारावती पुल का उद्घाटन किया गया—जो क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को बढ़ाने और मालनाड क्षेत्र में गतिशीलता को बढ़ावा देने के लिए ₹472 करोड़ की लागत से बनाया गया है।#PragatiKaHighway #GatiShakti pic.twitter.com/ES4VQoGeRx
— नितिन गडकरी (@nitin_gadkari) 14 जुलाई 2025
परियोजना का महत्व
शारावती जलाशय, जो 1960 के दशक में बना था, ने कई गांवों को डुबो दिया था, और लोगों को पार करने के लिए केवल दिन के समय चलने वाली सीमित बार्ज सेवा पर निर्भर रहना पड़ता था। समय के साथ यातायात बढ़ने के कारण यह व्यवस्था अपर्याप्त हो गई थी। इस परियोजना को मार्च 2019 में मंजूरी मिली और निर्माण कार्य दिसंबर 2019 से शुरू हुआ।
यह परियोजना मध्य प्रदेश की दिलीप बिल्डकॉन लिमिटेड द्वारा पूरी की गई है। यह देश में MoRTH द्वारा स्वीकृत आठवां अतिरिक्त-डोज़ केबल-स्टे और संतुलित कैंटिलीवर पुल है।
पर्यटन और स्थानीय विकास
यह पुल स्थानीय लोगों के यात्रा समय को कम करेगा, पर्यटन को बढ़ावा देगा और क्षेत्रीय आर्थिक गतिविधियों को तेज करेगा। इसके साथ ही, दशकों पुरानी फेरी सेवा पर निर्भरता खत्म होने से यातायात भी सुगम होगा।