कंचनजंगा एक्सप्रेस में नई LHB कोचों का आगमन

भारतीय रेलवे ने कंचनजंगा एक्सप्रेस में आधुनिक Linke-Hofmann-Busch (LHB) कोचों की शुरुआत की है, जो यात्रियों के लिए यात्रा को और अधिक आरामदायक और सुरक्षित बनाएगी। ये कोच उच्च गति और बेहतर सुरक्षा सुविधाओं के साथ आते हैं, जिससे यात्रा का अनुभव बेहतर होगा। नए कोचों में विभिन्न श्रेणियों के लिए सीटिंग की व्यवस्था की गई है, जो यात्रियों की आवश्यकताओं को पूरा करेगी। यह पहल भारतीय रेलवे की उत्कृष्टता और नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
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कंचनजंगा एक्सप्रेस में नई LHB कोचों का आगमन

भारतीय रेलवे का नया कदम


गुवाहाटी, 14 नवंबर: भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को बढ़ाने और यात्रा के अनुभव को बेहतर बनाने के लिए कंचनजंगा एक्सप्रेस में आधुनिक Linke-Hofmann-Busch (LHB) रेक पेश करने का निर्णय लिया है। यह नई व्यवस्था मौजूदा पारंपरिक ICF कोचों की जगह लेगी।


कंचनजंगा एक्सप्रेस दो महत्वपूर्ण मार्गों पर चलती है, जो सीलदह (कोलकाता) से सबरूम (त्रिपुरा) और सीलदह से सिलचर (दक्षिणी असम) तक फैली हुई है।


उत्तर पूर्वी सीमांत रेलवे (NFR) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, कपिनजल किशोर शर्मा के अनुसार, यह उन्नत रेक 28 नवंबर से कार्यशील होने की उम्मीद है।


कंचनजंगा एक्सप्रेस उत्तर-पूर्वी क्षेत्र को पूर्वी भारत से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण रेल गलियारा है, जो यात्रियों की निर्बाध आवाजाही और राज्यों के बीच सामाजिक-आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देता है।


शर्मा ने बताया कि पारंपरिक ICF कोचों को उन्नत Linke-Hofmann-Busch (LHB) कोचों से बदलना रेलवे सेवाओं के आधुनिकीकरण में एक महत्वपूर्ण कदम है।


ये अत्याधुनिक कोच सुरक्षा के लिहाज से बेहतर हैं, जिसमें एक एंटी-टेलिस्कोपिक डिज़ाइन शामिल है, जो टकराव के दौरान क्षति के जोखिम को कम करता है।


यात्री बेहतर निलंबन प्रणाली के कारण अधिक आरामदायक यात्रा का अनुभव करेंगे, जो यात्रा को अधिक स्थिर और सुगम बनाती है।


इसके अलावा, LHB कोच उच्च संचालन गति का समर्थन करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं और इनमें अधिक परिष्कृत इंटीरियर्स हैं, जो यात्रा की दक्षता और यात्री अनुभव को बढ़ाते हैं।


शर्मा के अनुसार, नए LHB रेक में पांच AC 3-टियर कोच, एक AC 2-टियर कोच, नौ स्लीपर क्लास कोच और चार सामान्य सीटिंग कोच शामिल होंगे, जो विभिन्न यात्रा वर्गों के यात्रियों की आवश्यकताओं को पूरा करेंगे। यह पहल भारतीय रेलवे की विश्वस्तरीय यात्रा अनुभव प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।


NFR के CPRO ने आगे कहा कि रेलवे अपने रोलिंग स्टॉक के आधुनिकीकरण के माध्यम से यात्रियों की बदलती अपेक्षाओं को पूरा करने के साथ-साथ यात्रा की गुणवत्ता को भी बढ़ा रहा है।


कंचनजंगा एक्सप्रेस पर नए LHB रेक की तैनाती केवल एक उन्नयन नहीं है, बल्कि भारतीय रेलवे की उत्कृष्टता और नवाचार के प्रति अडिग प्रतिबद्धता का प्रतीक है।


NFR उत्तर-पूर्वी राज्यों के साथ-साथ पश्चिम बंगाल के सात जिलों और उत्तर बिहार के पांच जिलों में कार्य करता है।