ओडिशा के कटक में बाइक रैली के बाद हिंसा और कर्फ्यू की स्थिति

कटक में सांप्रदायिक तनाव और हिंसा
रविवार को ओडिशा के कटक में एक समूह द्वारा आयोजित बाइक रैली को पुलिस ने अनुमति नहीं दी, जिसके बाद सांप्रदायिक तनाव और हिंसक झड़पें भड़क उठीं। इस झड़प में पथराव, आगजनी और पुलिस की कार्रवाई के चलते कम से कम 25 लोग घायल हुए, जिनमें आठ पुलिसकर्मी शामिल हैं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अधिकारियों ने 36 घंटे का कर्फ्यू लागू कर दिया और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं। पुलिस ने बताया कि कटक में संभावित सांप्रदायिक तनाव के कारण रैली को अनुमति नहीं दी गई, जिसके बाद झड़पें हुईं।
निषेधाज्ञा और इंटरनेट सेवाओं का निलंबन
ओडिशा सरकार ने कटक में हालिया हिंसा के बाद 13 थाना क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू की और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दीं। यह निर्णय दुर्गा प्रतिमा विसर्जन जुलूस के दौरान हुई गुटीय झड़प के बाद लिया गया, जिसमें 25 लोग घायल हुए थे। पुलिस आयुक्त एस देवदत्त सिंह ने बताया कि यह आदेश रविवार रात 10 बजे से प्रभावी रहेगा।
हिंसा की घटनाओं का विवरण
पुलिस ने बताया कि दरगाह बाजार क्षेत्र में विसर्जन जुलूस के दौरान झड़पें हुईं, जब कुछ स्थानीय लोगों ने जुलूस में तेज संगीत पर आपत्ति जताई। यह बहस जल्द ही हिंसा में बदल गई, जिसमें भीड़ ने पत्थर और कांच की बोतलें फेंकीं। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इस दौरान कई वाहन और सड़क किनारे के ठेले भी क्षतिग्रस्त हुए।
गिरफ्तारी और कार्रवाई
पुलिस ने अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है और अन्य संदिग्धों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान का उपयोग किया जा रहा है। बीजू जनता दल (बीजद) ने इस घटना के लिए असामाजिक तत्वों को जिम्मेदार ठहराया है और मुख्यमंत्री ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है।