ईरान के स्लीपर सेल्स: ट्रंप के लिए नई चिंता का सबब

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ईरान-इजराइल संघर्ष विराम की घोषणा के बाद, एक नई रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि ईरान के स्लीपर सेल्स अमेरिका में खतरा बन सकते हैं। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ये एजेंट सामान्य नागरिकों की तरह दिखते हैं और किसी भी समय सक्रिय हो सकते हैं। ट्रंप ने बाइडन प्रशासन के दौरान सीमा सुरक्षा में कमी का हवाला देते हुए चिंता जताई है कि ईरान के कई एजेंट अमेरिका में प्रवेश कर चुके हैं। जानें इस रिपोर्ट में और क्या खुलासे हुए हैं।
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ईरान के स्लीपर सेल्स: ट्रंप के लिए नई चिंता का सबब

ट्रंप की सीजफायर घोषणा और नई चुनौतियाँ

जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान और इजराइल के बीच संघर्ष विराम की घोषणा की, तो वॉशिंगटन और विश्वभर में एक राहत की लहर दौड़ गई। हालांकि, सीजफायर के बावजूद, अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की एक नई रिपोर्ट ने चेतावनी दी है कि यह कदम ट्रंप के लिए गंभीर समस्याएँ पैदा कर सकता है।


सुरक्षा विशेषज्ञों की चेतावनी

ब्रिटेन के एक समाचार पत्र के अनुसार, सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान अमेरिका में जवाबी कार्रवाई कर सकता है, विशेषकर स्लीपर सेल्स के माध्यम से। ये स्लीपर सेल्स सामान्य जीवन जीते हुए किसी भी समय सक्रिय हो सकते हैं, जो ट्रंप और उनकी प्रशासन के लिए एक गंभीर खतरा है।


स्लीपर सेल्स की परिभाषा

स्लीपर सेल्स ऐसे व्यक्ति होते हैं जो सामान्य नागरिकों की तरह दिखते हैं, नौकरी करते हैं और समाज में घुल-मिल जाते हैं। लेकिन असल में, ये किसी विदेशी एजेंसी से जुड़े होते हैं और जब उन्हें आदेश मिलता है, तो वे हमले या अन्य आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।


रिपोर्ट में क्या कहा गया?

रिपोर्ट में यह बताया गया है कि ईरान के एजेंट अमेरिका के विभिन्न शहरों में छिपे हुए हैं। ये एजेंट ईरानी या आपराधिक नेटवर्क के माध्यम से अपने मिशन को अंजाम देते हैं। अतीत में कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जहां ईरानी एजेंटों ने हत्या या अपहरण की कोशिश की है। इसके अलावा, इन एजेंटों ने अमेरिका में साइबर हमलों और ड्रोन हमलों की योजना भी बनाई है।


ट्रंप की चिंताएँ

राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है कि बाइडन प्रशासन के दौरान सीमा सुरक्षा में कमी आई है, जिससे ईरान के कई एजेंट अमेरिका में प्रवेश कर चुके हैं। उन्होंने इन 'सुपर सेल्स' के बारे में गंभीर चेतावनी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, 1,500 से अधिक ईरानी नागरिकों को सीमा पर पकड़ा गया, जिनमें से कई को अमेरिका में छोड़ दिया गया। विशेषज्ञों का मानना है कि असली संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।