आईआईटी के फ्री कोर्स: बिना जेईई के भी पाएं एडमिशन

आईआईटी के फ्री कोर्स

आईआईटी के फ्री कोर्स
भारत के प्रमुख तकनीकी संस्थानों जैसे आईआईटी मद्रास, आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी दिल्ली में अध्ययन करना हर इंजीनियरिंग छात्र का सपना होता है। लेकिन अब यह सपना केवल जेईई पास करने तक सीमित नहीं रह गया है। भारत सरकार के ओपन ऑनलाइन कोर्स पोर्टल स्वयं (SWAYAM) के माध्यम से छात्र, पेशेवर और शिक्षक बिना किसी प्रवेश परीक्षा के सीधे नामांकन कर सकते हैं और कई उच्च स्तरीय पाठ्यक्रमों का निःशुल्क लाभ उठा सकते हैं। इन पाठ्यक्रमों को देश के शीर्ष आईआईटी, आईआईएम, इग्नू और एआईसीटीई जैसे संस्थानों के प्रोफेसर पढ़ाते हैं। जानें आईआईटी के उन 5 कोर्स के बारे में जिनमें बिना जेईई पास किए भी एडमिशन मिल सकता है…
इन पाठ्यक्रमों का उद्देश्य छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और तकनीकी कौशल प्रदान करना है। चाहे आप स्कूल, स्नातक या स्नातकोत्तर स्तर के छात्र हों, या हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर में पेशेवर, इन पाठ्यक्रमों में सीखने के लिए सभी के लिए विकल्प उपलब्ध हैं।
1. Arduino प्रोग्रामिंग- IIT बॉम्बे
आईआईटी बॉम्बे द्वारा प्रस्तुत यह कोर्स हाई स्कूल, स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर के छात्रों के लिए तैयार किया गया है। इसमें Arduino IDE, C/C++ कोडिंग, LED, सेंसर और मोटर जैसे प्रोजेक्ट्स के माध्यम से व्यावहारिक सीखने पर जोर दिया गया है। कुल 17 ट्यूटोरियल में छात्र माइक्रोकंट्रोलर प्रोग्रामिंग के माध्यम से वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करना सीखते हैं।
2. C और C++ – IIT बॉम्बे
प्रोफेसर कन्नन मौद्गल्या द्वारा पढ़ाया गया यह कोर्स कंप्यूटर विज्ञान और आईटी छात्रों के लिए है। 20 स्पोकन ट्यूटोरियल के माध्यम से छात्र प्रोग्रामिंग की मूल बातें और व्यावहारिक अभ्यास सीख सकते हैं।
3. पायथन 3.4.3- IIT बॉम्बे
यह कोर्स शुरुआती और अनुभवहीन छात्रों के लिए आदर्श है। इसमें पायथन की मूल बातें, नियंत्रण संरचनाएं, फ़ंक्शन, स्ट्रिंग्स, सूचियां, फाइल हैंडलिंग और ऑब्जेक्ट-ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग सिखाई जाती हैं। वीडियो और असाइनमेंट के माध्यम से छात्र कोडिंग का अभ्यास कर सकते हैं।
4. जेनेटिक इंजीनियरिंग- IIT गुवाहाटी
डॉ. उत्पल बोरा द्वारा पढ़ाया गया यह कोर्स जीन, जीन अभिव्यक्ति, क्लोनिंग, डीएनए तकनीक और जीन थेरेपी के महत्व को समझने में मदद करता है। यह बायोटेक्नोलॉजी और जीवन विज्ञान में रुचि रखने वाले छात्रों के लिए उपयुक्त है।
5. ऊष्मागतिकी (Thermodynamics) IIT मद्रास
प्रोफेसर जीके सुरैश कुमार द्वारा पढ़ाया गया यह कोर्स ऊष्मा, ऊर्जा रूपांतरण और एन्ट्रॉपी जैसी मूलभूत अवधारणाओं को समझाता है। यह स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों के लिए डिजाइन किया गया है और थ्योरी के साथ व्यावहारिक प्रयोगों को भी जोड़ता है।
ये पाठ्यक्रम छात्रों को बिना जेईई दिए आईआईटी और एनपीटीईएल जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के ज्ञान तक पहुंच प्रदान करते हैं। तकनीकी, प्रोग्रामिंग और बायोटेक से लेकर इंजीनियरिंग तक के ये कोर्स छात्रों के कौशल और करियर की संभावनाओं को बढ़ाते हैं।
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