अभिनंदन वर्धमान का 42वां जन्मदिन: साहस और वीरता की कहानी

भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान आज 42 वर्ष के हो गए हैं। 2019 में उन्हें पाकिस्तानी सेना द्वारा युद्ध बंदी बना लिया गया था, लेकिन वे कुछ समय बाद सुरक्षित लौट आए। उनके साहस और मनोबल की प्रशंसा की गई। इस लेख में उनके जीवन की कुछ रोचक बातें और उनकी वापसी की कहानी का जिक्र किया गया है।
 | 
अभिनंदन वर्धमान का 42वां जन्मदिन: साहस और वीरता की कहानी

अभिनंदन वर्धमान का जन्मदिन

भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान आज, 21 जून को अपने 42वें जन्मदिन का जश्न मना रहे हैं। वर्ष 2019 में, उन्हें पाकिस्तानी सेना द्वारा युद्ध बंदी बना लिया गया था, लेकिन कुछ समय बाद वह सुरक्षित भारत लौट आए। उनके साहस और मनोबल की प्रशंसा न केवल भारत में, बल्कि पाकिस्तान में भी की गई थी। आइए, उनके जन्मदिन के अवसर पर उनके जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प जानकारियों पर नजर डालते हैं...


जन्म और पारिवारिक पृष्ठभूमि

अभिनंदन वर्धमान का जन्म 21 जून 1983 को तमिलनाडु के थिरुपनमूर में हुआ। उनकी मां एक डॉक्टर हैं और पिता वायुसेना के एयर मार्शल से रिटायर्ड हैं। 19 जून 2004 को, उन्होंने भारतीय वायुसेना में कमीशन प्राप्त किया और फ्लाइंग ऑफिसर बने। पहले वह सुखोई-30 एमकेआई स्क्वाड्रन के पायलट थे, बाद में उन्हें मिग-21 बाइसन स्क्वाड्रन में शामिल किया गया।


कश्मीर में घुसपैठ की घटना

27 फरवरी 2019 को, अभिनंदन वर्धमान मिग-21 विमान से उड़ान भरते हुए कश्मीर में पाकिस्तानी सेना के एयरक्राफ्ट की घुसपैठ की निगरानी कर रहे थे। उन्हें जानकारी मिली कि पाकिस्तान का एक फाइटर प्लेन कश्मीर में घुसपैठ करने वाला है। इस सूचना की पुष्टि होने के बाद, उन्होंने पाकिस्तानी फाइटर जेट को खदेड़ने का प्रयास किया, लेकिन गलती से वह पाकिस्तानी सीमा में चले गए और एक पाकिस्तानी फाइटर जेट को मार गिराया।


पाकिस्तान में अभिनंदन की गिरफ्तारी

पाकिस्तानी फाइटर जेट को मार गिराने के दौरान अभिनंदन का विमान भी क्षतिग्रस्त हो गया। जब वह विमान से बाहर निकले, तो उन्होंने खुद को पीओके के होरान गांव में पाया। वहां स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़ लिया और उनके साथ झड़प हुई। बाद में, पाकिस्तानी सेना ने उन्हें अपने कब्जे में ले लिया।


अभिनंदन की वीडियो और वापसी

भारतीय विदेश मंत्रालय ने अभिनंदन की स्थिति की पुष्टि की, और पाकिस्तानी सेना ने उनकी एक वीडियो जारी की। वीडियो में उनके चेहरे पर चोटें थीं, जो स्थानीय लोगों के साथ झड़प के कारण थीं। बाद में, पाक सेना ने उनका इलाज कराया। जेनेवा संधि के तहत गलत बर्ताव के कारण, पाक प्रशासन ने इन वीडियोज को इंटरनेट से हटा दिया।


अभिनंदन की भारत वापसी

भारत ने अभिनंदन की वापसी के लिए पाकिस्तान पर दबाव डाला, जिससे पाक सेना और सरकार में चिंता बढ़ गई। उन्हें लगा कि भारत किसी भी समय हमला कर सकता है। इस दबाव के चलते, 60 घंटे के भीतर पाकिस्तान ने अभिनंदन को भारत को सौंप दिया। अटारी-वाघा बॉर्डर पर उनकी वापसी का भव्य स्वागत किया गया।