23 वर्षीय भारतीय मूल के डाक्श गुप्ता: AI स्टार्टअप Greptile के संस्थापक

डाक्श गुप्ता का उद्यमिता सफर
भारतीय मूल के डाक्श गुप्ता ने अमेरिका में एक AI स्टार्टअप की स्थापना कर सुर्खियाँ बटोरी हैं, जो डेवलपर्स को उनके कोड को समझने और समीक्षा करने में मदद करता है। 23 वर्षीय गुप्ता Greptile के सह-संस्थापक और CEO हैं, और वे सप्ताह में 6-7 दिन, 14 घंटे काम करने के लिए जाने जाते हैं—यह एक दिनचर्या है जिसे वे युवाओं के लिए भी अनुशंसित करते हैं।
कार्य संस्कृति पर विचार
उनके विचार कार्य संस्कृति के चारों ओर बहस को जन्म देते हैं। सैन फ्रांसिस्को में, वे उम्मीदवारों को स्पष्ट रूप से बताते हैं कि वे एक ऐसी संस्कृति बनाना चाहते हैं जहाँ कार्य-जीवन संतुलन की कोई गारंटी नहीं है, क्योंकि उनका लक्ष्य अपने स्टार्टअप को एक स्थापित कंपनी में बदलना है।
शुरुआत और सफलता
डाक्श की यात्रा जॉर्जिया टेक से शुरू हुई, जहाँ उन्होंने अपने सह-संस्थापकों सूहून चोई और वैषांत कामेश्वरन के साथ मिलकर परियोजनाओं पर काम करना शुरू किया। 2022 में, उन्होंने Reddit समीक्षाओं को स्क्रैप करने का प्रयोग किया ताकि लोग बेहतर खरीद निर्णय ले सकें, लेकिन यह विचार सफल नहीं हुआ।
उनकी सफलता तब मिली जब उन्हें तकनीकी अरबपति क्रिस्टोफर क्लॉस से $100,000 का चेक मिला। 2023 में, उनकी टीम ने सॉफ्टवेयर इंजीनियरों के लिए AI उपकरणों पर काम करना शुरू किया, जिसे बाद में Greptile के नाम से पुनः ब्रांडेड किया गया। स्टार्टअप ने $5.3 मिलियन की बीज पूंजी जुटाई।
‘9-9-6’ नियम की व्याख्या
डाक्श ने अपनी कार्यशैली के बारे में बताते हुए कहा: "वर्तमान माहौल में नशा नहीं, काम सुबह 9 बजे से रात 9 बजे तक, सप्ताह में छह दिन, भारी उठाना, दूर दौड़ना, जल्दी शादी करना, नींद पर ध्यान देना, और स्टेक और अंडे खाना शामिल है।"