सुनीता विलियम्स की पृथ्वी पर वापसी: अंतरिक्ष यात्रा के बाद की चुनौतियाँ

सुनीता विलियम्स, नासा की प्रमुख अंतरिक्ष यात्री, ने अपनी पृथ्वी पर वापसी की यात्रा शुरू कर दी है। 9 महीने से अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहने के बाद, उन्हें सामान्य गुरुत्वाकर्षण में ढलने में चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। जानें कि कैसे उनका अनुभव और स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा।
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सुनीता विलियम्स की यात्रा का आरंभ

सुनीता विलियम्स की पृथ्वी पर वापसी: अंतरिक्ष यात्रा के बाद की चुनौतियाँ

सुनीता विलियम्स

नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अपनी पृथ्वी पर वापसी की यात्रा शुरू कर दी है। आज सुबह लगभग 10:30 बजे उनका अंतरिक्ष यान अंतरिक्ष से बाहर निकल गया। 17 घंटे की यात्रा के बाद, वे कल सुबह 3:30 बजे के आसपास धरती पर लौटेंगी। सुनीता भारतीय मूल की हैं और अंतरिक्ष में कई उपलब्धियाँ हासिल कर चुकी हैं, जिससे भारतीयों में उनकी वापसी को लेकर काफी उत्सुकता है। आइए जानते हैं कि पृथ्वी पर लौटने के बाद सुनीता और अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के लिए जीवन क्यों चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

सुनीता ने 9 महीने और 13 दिन अंतरिक्ष में बिताए हैं, इसलिए पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण में खुद को ढालना उनके लिए आसान नहीं होगा। विशेषज्ञ डॉक्टर त्यागी ने बताया कि लंबे समय तक शून्य या कम गुरुत्वाकर्षण में रहने से मांसपेशियों में समस्या आ सकती है और हड्डियों का वजन भी कम हो जाता है। इससे शरीर के पोस्चर में भी दिक्कतें आ सकती हैं, जिससे सही तरीके से खड़े होने में कठिनाई हो सकती है। सामान्य गुरुत्वाकर्षण में ढलने में समय लग सकता है।

एक सप्ताह का अंतरिक्ष अभियान

सुनीता विलियम्स, अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर के साथ, जून 2024 में बोइंग स्टारलाइनर पर एक सप्ताह से अधिक समय के लिए अंतरिक्ष में गई थीं। हालांकि, कुछ तकनीकी समस्याओं के कारण उन्हें वापस लाने का समय सही नहीं माना गया। तब से, वे वहीं हैं और लोग उनकी वापसी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे हैं। यदि सब कुछ ठीक रहा, तो वे कल सुबह 3:27 बजे लौटेंगी। लेकिन जैसा कि बताया गया है, उन्हें यहाँ सामान्य जीवन में लौटने में काफी समय लग सकता है।