डोनाल्ड ट्रंप का भारत-पाक सीजफायर पर दावा, नोबेल प्राइज पर निराशा
ट्रंप का सीजफायर पर दावा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को नोबेल पुरस्कार न मिलने का गहरा सदमा लगा है, फिर भी वे भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का श्रेय लेने से नहीं चूक रहे हैं। ट्रंप ने हाल ही में यह दावा किया कि उन्होंने कई युद्धों को रोकने के लिए टैरिफ की धमकी का इस्तेमाल किया है। सोमवार (13 अक्टूबर) को इजरायल के लिए उड़ान भरने से पहले उन्होंने कहा कि हम सभी को खुश करेंगे, इजरायल और हमास के बीच युद्ध समाप्त हो गया है।
एक मीडिया चैनल के अनुसार, ट्रंप ने एयरफोर्स वन पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, "इजरायल और हमास के बीच युद्ध खत्म हो चुका है और मुझे विश्वास है कि युद्धविराम समझौता स्थायी रहेगा। इसके कई कारण हैं, लेकिन मुझे लगता है कि लोग इससे थक चुके हैं।" उन्होंने आगे कहा कि वे इजरायल के बाद मिस्र जाएंगे और सभी प्रमुख देशों के नेताओं से मुलाकात करेंगे, जो इस समझौते का हिस्सा हैं।
ट्रंप ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच चल रहे संघर्ष पर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "यह मेरा आठवां युद्ध होगा, जिसे मैंने रुकवाया है। मैंने सुना है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच भी युद्ध चल रहा है, लेकिन मुझे अपनी बारी का इंतजार करना होगा। मैं एक और युद्ध समाप्त करवा रहा हूं।"
नोबेल पुरस्कार पर ट्रंप की निराशा
ट्रंप को इस बार नोबेल पुरस्कार नहीं मिला, लेकिन उन्होंने इसका जिक्र करने से खुद को नहीं रोका। उन्होंने कहा, "मैंने लाखों लोगों की जान बचाई है। हालांकि, मैंने यह नोबेल पुरस्कार के लिए नहीं किया, बल्कि लोगों की जान बचाने के लिए युद्धों को रोका।"
भारत-पाक सीजफायर का श्रेय लेने का दावा
उन्होंने कहा, "मैंने युद्ध केवल टैरिफ के माध्यम से रोके। उदाहरण के लिए, भारत-पाकिस्तान युद्ध। मैंने कहा था कि अगर आप लड़ना चाहते हैं, तो लड़ें, आपके पास परमाणु हथियार हैं। मैं आप दोनों पर 100, 150 या 200 प्रतिशत टैरिफ लगा दूंगा। मैंने यह मामला 24 घंटे में सुलझा दिया था।"