शोधकर्ताओं ने जैव-आधारित सामग्रियों से बने 3डी-प्रिटिंड हाउस का किया अनावरण

सैन फ्रांसिस्को, 24 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका स्थित विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने बायो होम 3डी का अनावरण किया है, जो पूरी तरह से जैव-आधारित सामग्रियों से बना पहला 3डी-प्रिटिंड हाउस है।
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शोधकर्ताओं ने जैव-आधारित सामग्रियों से बने 3डी-प्रिटिंड हाउस का किया अनावरण
शोधकर्ताओं ने जैव-आधारित सामग्रियों से बने 3डी-प्रिटिंड हाउस का किया अनावरण सैन फ्रांसिस्को, 24 नवंबर (आईएएनएस)। अमेरिका स्थित विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने बायो होम 3डी का अनावरण किया है, जो पूरी तरह से जैव-आधारित सामग्रियों से बना पहला 3डी-प्रिटिंड हाउस है।

एक आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार, यूनिवर्सिटी ऑफ मेन के एडवांस्ड स्ट्रक्चर्स एंड कंपोजिट सेंटर (एएससीसी) ने पहला 3डी-प्रिटिंड हाउस बनाया है।

600 वर्ग फुट के प्रोटोटाइप में 3डी-प्रिटिंड फ्लोर, दीवारें और लकड़ी के फाइबर से बनी छत है।

एक अमेरिकी रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर पर 7 मिलियन से अधिक किफायती आवास इकाइयों की आवश्यकता है।

मेन के गवर्नर जेनेट मिल्स ने कहा, हमारा राज्य एक आवास संकट और श्रम की कमी का सामना कर रहा है, लेकिन मेन विश्वविद्यालय एक बार फिर से यह दिखाने के लिए आगे बढ़ रहा है कि हम ट्रेडमार्क मेन सरलता के साथ इन गंभीर चुनौतियों का समाधान कर सकते हैं।

प्रौद्योगिकी का उद्देश्य श्रम की कमी और आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दों को संबोधित करना है, जो रिपोर्ट के अनुसार उच्च लागत और किफायती आवास की उपलब्धता को सीमित कर रहे थे।

स्वचालित निर्माण और ऑफ-साइट उत्पादन के उपयोग के कारण, घर के निर्माण और फिटिंग के लिए साइट पर कम समय की आवश्यकता होगी।

रिपोर्ट में कहा गया है, भविष्य में कम आय वाले घरों को यूमेन में विकसित उन्नत विनिर्माण प्रक्रियाओं और सामग्रियों का उपयोग करके घर के मालिक की जगह, ऊर्जा दक्षता और सौंदर्य संबंधी प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए अनुकूलित किया जा सकता है।

प्रोटोटाइप को दुनिया के सबसे बड़े पॉलीमर 3डी प्रिंटर के साथ बनाया गया था, जिसका इस्तेमाल 2019 में दुनिया की सबसे बड़ी 3डी-प्रिंटेड बोट बनाने के लिए भी किया गया था।

--आईएएनएस

पीके/एएनएम