चीन ने हैती में सभी पक्षों से समावेशी वार्ता जारी रखने का आह्वान किया

बीजिंग, 25 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र स्थित चीन के स्थायी प्रतिनिधि चांग चुन ने 24 जनवरी को सुरक्षा परिषद के हैती मुद्दे पर खुले सम्मेलन में भाषण दिया और हैती के सभी पक्षों से समावेशी वार्ता जारी रखने और राजनीतिक परामर्श की अति आवश्यक भावना को बढ़ाने का आह्वान किया।
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चीन ने हैती में सभी पक्षों से समावेशी वार्ता जारी रखने का आह्वान किया
बीजिंग, 25 जनवरी (आईएएनएस)। संयुक्त राष्ट्र स्थित चीन के स्थायी प्रतिनिधि चांग चुन ने 24 जनवरी को सुरक्षा परिषद के हैती मुद्दे पर खुले सम्मेलन में भाषण दिया और हैती के सभी पक्षों से समावेशी वार्ता जारी रखने और राजनीतिक परामर्श की अति आवश्यक भावना को बढ़ाने का आह्वान किया।

चांग चुन ने कहा कि पिछले साल, हैती की स्थिति में सुधार नहीं हुआ। राजनीतिक शक्ति निर्वात हुई और सामूहिक हिंसा सक्रिय रही। ये हैती के लोगों पर भारी वजन वाले दो पहाड़ों की तरह हैं। राजनीतिक वैधता का संकट हैती का सबसे बुनियादी संकट है। दिसंबर 2022 में हैती की अंतरिम प्राधिकरण ने कुछ पार्टियों और लोक समूहों के साथ समावेशी संक्रमण और पारदर्शी चुनावों पर राष्ट्रीय आम सहमति हासिल की। और 18 महीनों के भीतर लोकतांत्रिक रूप से निर्वाचित राष्ट्रीय संस्थानों को बहाल करने का फैसला किया गया, जो एक प्रगति है। लेकिन यह अभी भी हैती के लोगों और सभी पक्षों की उम्मीदों से दूर है।

चांग चुन ने कहा कि हैती के सभी पक्षों को समावेशी वार्ता जारी रखनी चाहिए, राजनीतिक परामर्श की अति आवश्यक भावना को बढ़ाना चाहिए, और एक आम तौर पर स्वीकार्य, विश्वसनीय और संचालन योग्य संक्रमणकालीन व्यवस्था तैयार करनी चाहिए, और जल्द से जल्द स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव के लिए अनुकूल स्थिति तैयार करनी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र के हैती मुद्दे पर कार्यालय को हैती के सभी पक्षों के बीच वार्ता करने के लिए मंच का निर्माण करना चाहिए, हैती के लोगों की पसंद का सम्मान करने के आधार पर, हैती के लोगों के नेतृत्व वाली और हैती के लोगों के स्वामित्व वाली राजनीतिक प्रक्रिया को बढ़ाना चाहिए।

चांग चुन ने कहा कि चीन हैती की पुलिस को क्षमता निर्माण सहायता प्रदान करने के लिए क्षेत्रीय भागीदारों का स्वागत करता है। सैनिकों को भेजने पर विचार करते समय विभिन्न देशों को हैती के विभिन्न पक्षों के विभिन्न रायों पर पूरी तरह से विचार करना चाहिए, बाहरी हस्तक्षेप की विफलता का ऐतिहासिक सबक सीखना चाहिए।

(साभार---चाइना मीडिया ग्रुप ,पेइचिंग)

--आईएएनएस

एएनएम