हिमाचल प्रदेश में मानसून का कहर: 74 लोगों की मौत, 269 सड़कें बाधित

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का असर
हिमाचल प्रदेश: मानसून की बारिश ने सार्वजनिक जीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है, जिससे हिमाचल प्रदेश में यातायात की समस्याएं उत्पन्न हुई हैं। पिछले 24 घंटों में हुई तेज बारिश के कारण कम से कम 269 सड़कें बाधित हो गईं, 285 बिजली ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए और 278 जल आपूर्ति प्रणालियों में रुकावट आई। सुबह 10 बजे जारी की गई नवीनतम दैनिक स्थिति रिपोर्ट के अनुसार, राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (SEOC) ने बताया कि सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र मंडी जिला रहा, जहां भारी बारिश के कारण 200 सड़कें बाधित हो गईं।
कुल्लू सबसे अधिक प्रभावित जिलों में से एक
कुल्लू जिला भी सड़क पहुंच के मामले में दूसरे सबसे प्रभावित क्षेत्र के रूप में सामने आया, जहां बंजार और निरमंड में 39 सड़कें बाधित हो गईं। इसके अलावा, बारिश के कारण चंबा में 32 सड़कें बाधित हुईं और इसके उपखंडों, जैसे कि सलूनी, डलहौजी और भरमौर में 17 ट्रांसफार्मर को नुकसान पहुंचा।
पुनर्स्थापन सेवाएं जारी
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने बताया कि भारी बारिश के कारण कई जिलों में जलभराव, अचानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं, जिससे सड़क संपर्क और आवश्यक सेवाएं प्रभावित हुई हैं। इस बीच, मंडी और कुल्लू जैसे अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में पुनर्स्थापन कार्य जारी है।
हिमाचल में अब तक 74 लोगों की मौत
अब तक हिमाचल में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम 74 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने हिमाचल प्रदेश में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है। SDMA ने भी जनता को भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में जाने से सावधान किया है, क्योंकि बारिश स्थिति को और बिगाड़ सकती है।